तेज प्रताप ने किया नई पार्टी बनाने का ऐलान, नए मोर्चे का रखा ये नाम
नई दिल्ली। राजद चीफ लालू प्रसाद यादव के बड़े बेट तेज प्रताप यादव और छोटे बेटे व बिहार में पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बीच तकरार लगातार बढ़ती चली जा रही है। सोमवार शाम तेज प्रताप यादव अपनी नई पार्टी की घोषणा कर दी। सूत्रों के मुताबिक वह लोकसभा सीटों के बंटवारे को लेकर पार्टी और परिवार से नाराज चल रहे हैं। बताया जा रहा है कि, तेज प्रताप लोकसभा चुनाव में जहानाबाद व शिवहर सीटों पर अपनी पसंद के प्रत्याशी चाहते हैं, जबकि उनके भाई तेजस्वी यादव ने जहानाबाद से ऐसे प्रत्याशी को टिकट दे दिया है, जिसे तेज प्रताप देखना नहीं चाहते थे।
नई पार्टी का नाम 'लालू-राबड़ी मोर्चा'
तेजप्रताप सोमवार(1 अप्रैल) को राजद से अलग एक नई पार्टी का ऐलान कर दिया। इस नई पार्टी का नाम 'लालू-राबड़ी मोर्चा' होगा। तेज प्रताप ने कहा कि, मैं पार्टी शिवहर और जहानाबाद लोकसभा सीटों की मांग कर रहा हूं। भाई भाई को लड़ाने की साजिश रची जा रही है। तेजस्वी मेरा अर्जुन है। इससे पहले एक टीवी चैनल से बात करते हुए तेज प्रताप ने कहा है कि अगर उनकी बात नहीं मानी गई तो वे कोई भी बड़ा कदम उठा सकते हैं। वे आज शाम के छह बजे अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेस कर इस मोर्चे से जुड़ी जानकारियां साझा कर सकते हैं। तेजप्रताप ने सारण से लेकर शिवहर सीट पर दावा ठोंका और कहा कि सारण सीट हमारी पुश्तैनी सीट है और यह सीट किसी और को नहीं देनी चाहिए थी।
बचपन में तो मैं तेजस्वी को थप्पड़ भी मार देता था, लेकिन अब हालात दूसरे हैं
उन्होंने कहा, 'आज आरजेडी में मेरी कोई सुनने को तैयार नहीं है। बचपन में तो मैं तेजस्वी को थप्पड़ भी मार देता था, लेकिन अब हालात दूसरे हैं। तेजस्वी बच्चे नहीं है कि मैं उसे समझाऊं? अब जबकि मेरी बात सुनी नहीं जा रही है तो ऐसे में मेरे पास अलग मोर्चा बनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। मेरा मोर्चा नौजवानों की आवाज बनेगा। तेजप्रताप ने आरोप लगाया कि, आरजेडी में निष्ठावान कार्यकर्ताओं की कोई पूछ नहीं है। अगर आज पार्टी में सर्वे कराया जाए तो सारी सच्चाई सामने आ जाएगी।
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तेज प्रताप अपने ससुर चंद्रिका राय को भी टिकट दिए जाने से नाराज हैं
तेज प्रताप ने पांडव-कौरवों का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने तो महज दो सीटें मांगी थीं, लेकिन मुझे पार्टी की ओऱ से कोई जवाब नहीं दिया गया। तेजप्रताप ने कहा कि जिन लोगों ने अपना पूरा जीवन पार्टी में लगा दिया, लेकिन टिकट देने की बारी आई तो बाहरी को टिकट थमा दिए गए। इससे पहले तेज प्रताप ने कहा था कि, अगर राजद की ओर से उनकी पसंद के प्रत्याशियों को टिकट नहीं मिलता तो वे उसी सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे और जल्द ही अपना नामांकन दाखिल करेंगे। इतना ही नहीं तेज प्रताप अपने ससुर चंद्रिका राय को भी टिकट दिए जाने से नाराज हैं।
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