दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के पार, हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया और पानी
यमुना नदी में खतरे का निशान 204.5 मीटर पर है और इस समय यमुना का जलस्तर 204.98 मीटर तक है।
नई दिल्ली, 17 अगस्त: मानसूनी बारिश ने दिल्ली सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। भारी बारिश के चलते हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से लगातार यमुना नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। पानी छोड़े जाने की वजह से दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है। आपको बता दें कि यमुना नदी में खतरे का निशान 204.5 मीटर पर है और इस समय यमुना का जलस्तर 204.98 मीटर तक है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने लोगों से यमुना के किनारों पर ना जाने का अलर्ट जारी किया है।
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अनुमान लगाया जा रहा है कि 17 अगस्त को रात 9 बजे से 11 बजे तक दिल्ली में यमुना नदी पर बने पुराने रेलवे पुल के नीचे जलस्तर 205.25 मीटर तक पहुंच जाएगा और इसके बाद स्थिर रहेगा। आपको बता दें कि इससे पहले बीते शुक्रवार को भारी बारिश के चलते यमुना नदी का जल स्तर 205.33 मीटर तक पहुंच गया था, जिसके बाद दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने निचले इलाकों में रह रहे करीब 7000 लोगों को वहां से निकाला था। हालांकि सोमवार से यमुना के जलस्तर में गिरावट आई और मंगलवार शाम 6 बजे तक यह 203.96 मीटर तक पहुंच गया था।
हथिनी
कुंड
बैराज
से
छोड़ा
गया
और
पानी
इसके
बाद
मंगलवार
आधी
रात
को
हथिनी
कुंड
बैराज
से
एक
बार
फिर
पानी
छोड़ा
गया
और
यमुना
का
जलस्तर
बुधवार
को
खतरे
के
निशान
के
पार
पहुंच
गया।
वहीं,
मौसम
विभाग
ने
अपने
अलर्ट
में
कहा
है
कि
अगले
दो-तीन
दिन
हिमाचल
प्रदेश
और
उत्तराखंड
में
भारी
बारिश
के
आसार
हैं।
गौरतलब
है
कि
यमुना
नदी
से
उत्तर
प्रदेश,
उत्तराखंड,
हिमाचल
प्रदेश,
हरियाणा,
राजस्थान,
मध्य
प्रदेश
और
दिल्ली
जुड़े
हुए
हैं
और
इन
राज्यों
से
बारिश
का
पानी
यमुना
में
आता
है।
यमुना
में
बढ़ते
जलस्तर
को
देखते
हुए
पिछले
हफ्ते
ही
दिल्ली
के
मुख्यमंत्री
अरविंद
केजरीवाल
ने
लोगों
से
अपील
की
थी
कि
वो
नदी
के
किनारे
जाने
से
बचें।