कोरोना महामारी के बीच रिलायंस ने अप्रैल में किया 15 हजार मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन
नई दिल्ली, मई 1। कोरोना संकट के बीच देश में ऑक्सीजन की भारी किल्लत का दौर बदस्तूर जारी है। राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों की जान जा रही है। ऐसे में देश के अंदर ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की जामनगर में स्थित रिफायनरी में बहुत बड़े स्तर पर ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है। इस रिफायनरी में पूरे देश के अंदर सबसे अधिक मात्रा में ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है। खुद कंपनी के मालिक मुकेश अंबानी प्रोडक्शन और ट्रांसपोर्टेशन को मॉनिटर कर रहे हैं।
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अप्रैल महीने में 15000 मैट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन
कंपनी की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक, अप्रैल महीने में इस रिफायनरी से 15000 मैट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई पूरे देश में की गई है, जिसकी वजह से लगभग 15 लाख लोगों की जिंदगी बच पाएगी। आपको बता दें कि रिलायंस आज भारत की करीब 11% मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन का उत्पादन अकेले कर रहा है और हर दस में से 1 रोगी को ऑक्सीजन दी जा रही है। पिछले दिनों आरआईएल की ओर से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन 700 मीट्रिक टन किया गया था।
कोरोना संकट से पहले यहां नहीं होता था ऑक्सीजन का उत्पादन
आपको बता दें कि रिलायंस की जामनगर स्थित तेल रिफाइनरी में हर रोज 1000 टन से अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है। आपको बता दें कि इस रिफायनरी में कच्चे तेल से डीजल, पेट्रोल, और जेट फ्यूल का उत्पादन किया जाता है। कोरोना संकट से पहले यहां पर मेडिकल ग्रेड की ऑक्सीजन का प्रोडक्शन नहीं होता था, लेकिन देश पर आए इस संकट के लिए यहां ऑक्सीजन का उत्पादन शुरू किया गया है। मुकेश अंबानी ने खुद यहां पर ऑक्सीजन प्रोडक्शन की मशीनों को लगाने का फैसला लिया था।
विदेशों से भी मंगाई ऑक्सीजन
आपको बता दें कि रिलायंस कंपनी ने देश में ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए विदेशों से भी ऑक्सीजन मंगाई है। जानकारी के मुताबिक, सऊदी अरब, जर्मनी, बेल्जियम, नीदरलैंड और थाईलैंड से 24 ऑक्सीजन टैंकर्स एयरलिफ्ट किए गए हैं। देश में लिक्विड ऑक्सीजन की कुल परिवहन क्षमता में इससे 500 MT का इजाफा हुआ है।