LPG सिलेंडरों पर लगाया जाएगा क्यूआर कोड, जानें ग्राहकों को इससे क्या होगा फायदा
LPG सिलेंडरों पर लगाया जाएगा क्यूआर कोड, जानें ग्राहकों को इससे क्या होगा फायदा
lpg cylinder with QR Code: देश भर में पिछले कुछ समय में एलपीजी गैसे सिलेंडर के दाम आसमान छू रहे हैं। वहीं ग्राहक आए दिन शिकायत कर रहे है कि घरेलू गैस सिलेंडरों में 1-2 किलोग्राम कम गैस सप्लाई हो रही है। यानी सिंलेडरों की बढ़ी कीमत से तंग ग्राहकों को ऐसे में डबल मार पड़ रही है, लेकिन अब चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि मोदी सरकार ने घरेलू एलपीजी सिलेंडर पर क्यूआर कोड लगाने का फैसला किया है। आइए जानते हैं इससे ग्राहकों को कौन-कौन से फायदे होंगे।
एलपीजी सिलेंडरों पर क्यूआर कोड लगाने का मंत्री ने किया ऐलान
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ऐलान किया है कि गैस चोरी को रोकने के लिए सरकार जल्द ही एलपीजी सिलेंडरों को क्यूआर कोड से लैस करेगी। इसके पीछे वजह है कि ग्राहक अक्सर शिकायत कर रहे थे कि उनके घरेलू गैस सिलेंडर में विज्ञापन की तुलना में 1-2 किलोग्राम कम गैस है।
मंत्री ने बताया क्या इससे क्या होंगे फायदे
मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि "यह क्यूआर कोड मौजूदा सिलिंडरों पर चिपकाया जाएगा और नए सिलिंडरों पर वेल्ड किया जाएगा - सक्रिय होने पर इसमें चोरी, ट्रैकिंग और ट्रेसिंग और गैस सिलिंडरों के बेहतर इन्वेंट्री मैनेजमेंट के कई मौजूदा मुद्दें हल हो जाएंगे"।
गैस सिलेंडर से चोरी हुई गैस का पता लगाना होगा आसान
बता दें सरकार की इस पहल का उद्देश्य इस क्यूआर कोड का उपयोग कर सिलेंडरों में गैस की मात्रा को ट्रैक करने में मदद करना है। इसके अलावा, गैस सिलेंडर से चोरी हुई गैस का पता लगाना अपेक्षाकृत आसान होगा।
क्यूआर कोड ना होने के कारण ये हो रही दिक्कतें
रिपोर्ट के अनुसार एलपीजी सिलेंडरों पर क्यूआर कोड लगाने संबंधी प्रोजेक्ट को तीन महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक जब भी कम गैस मिलने की शिकायतें ग्राहक कर रहे थे तब क्यूआर कोड के बिना गैस की शिकायतों का पता लगाना मुश्किल था। पहले न तो डीलर द्वारा गैस सिलिंडर निकालने की लोकेशन पता होती थी और न ही ग्राहक के घर पर उसे रखने वाले डिलीवरी ब्वॉय की पहचान होती थी।
गैस चोरी बचाने के अलावा ग्राहकों को इस कोड से मिलेंगे ये और फायदा
क्यूआर कोड इंस्टॉल होने पर सब कुछ ट्रेस करना बहुत आसान हो जाएगा। इससे लोगों को आसानी होगी, क्योंकि चोर को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। इससे वह गैस की चोरी नहीं कर पाएगा। इसके साथ ही ग्राहकों को और भी कई लाभ मिलेंगे। इससे ग्राहकों को पता चल जाएगा कि कितनी बार सिलेंडर में गैस रिफिल की गई है। रिफिलिंग स्टेशन से आपके घर तक गैस सिलेंडर पहुंचने में कितना समय लगा? इसके अलावा इस कोड से ये भी पता चल जाएगा कि किस डीलर ने गैस सिलिंडर की डिलीवरी की है। इसके अलावा कोई भी घरेलू गैस सिलिंडर का कार्मशियल इस्तेमाल नहीं कर सकेगा।
Fueling Traceability!
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) November 16, 2022
A remarkable innovation - this QR Code will be pasted on existing cylinders & welded on new ones - when activated it has the potential to resolve several existing issues of pilferage, tracking & tracing & better inventory management of gas cylinders. pic.twitter.com/7y4Ymsk39K
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