पुलवामा आतंकी हमला: भारत के दोस्त रूस ने कहा, मसूद अजहर को बैन करो
नई दिल्ली। पाकिस्तान पर अगर पुलवामा आतंकी हमले के बाद दबाव बढ़ता जा रहा है तो यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल (यूएनएससी) पर भी अब जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। अब भारत के करीबी और पिछले कई दशकों से रणनीतिक साझेदार रहे, रूस ने यूएन से मांग की है कि अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया जाए। मंगलवार को फ्रांस, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम की ओर से इसी तरह की बात कही गई थी। इन देशों ने कहा था कि वे, यूएन में अजहर को आतंकी घोषित करने वाला प्रस्ताव पेश करेंगे।
पुतिन ने दिया साथ
रूस के मंत्री डेनिस मानटुरोव ने कहा है कि रूस, आतंकवाद की लड़ाई में हमेशा भारत के साथ खड़ा है और खड़ा रहेगा। डेनिस ने यह बात उस समय कही जब उनसे पूछा गया था कि क्या वह यूएनएससी में अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने वाले प्रस्ताव पर भारत का समर्थन करेंगे। डेनिस ने पुलवामा आतंकी हमले की निंदा की और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हमेशा भारत का समर्थन किया जाएगा। इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने भी पुलवामा हमले पर बड़ा बयान दिया था।
पीएम मोदी को दिलाया भरोसा
हमले के बाद पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संदेश भेजा था। पुतिन ने मोदी से कहा था, 'इस हमले पर हमारी संवेदनाएं स्वीकार करें जिसमें जम्मू कश्मीर में भारत की सेनाओं के जवानों ने अपनी जान गंवा दी है।' पुतिन ने कहा था कि रूस इस हमले की कड़ी निंदा करता है। इस हमले के साजिशकर्ताओं को निश्चित तौर पर सजा दी जानी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने दोहराया था कि भारत के साथ मिलकर काउंटर-टेररिज्म सहयोग को और मजबूत करने के लिए तैयार है।
अमेरिका ने फिर फटकारा पाक को
बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भी पुलवामा हमले पर बयान दिया गया है। ट्रंप ने इस हमले को डरावना बताया है। साथ ही कहा है कि वह इस हमले में एक विस्तृत बयान जारी करेंगे। वहीं अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से कहा गया है कि पाकिस्तान हमले की जांच में सहयोग करे और साजिशकर्ताओं को सजा दे।
न्यूजीलैंड और फ्रांस भी समर्थन में
रूस से पहले न्यूजीलैंड और फ्रांस की ओर से भी हमले की निंदा की गई है। इन देशों ने भी पाकिस्तान से कहा है कि वह साजिशकर्ताओं पर एक्शन ले। 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। सीआरपीएफ कॉन्वॉय पर हुए इस सुसाइड अटैक को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल अहमद डार ने अंजाम दिया था।