पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हमले में एनआईए को एक और कामयाबी, बिलाल अहमद गिरफ्तार
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर 14 फरवरी 2019 में हुए आईडीडी ब्लास्ट से जुड़े केस में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने सातवीं गिरफ्तारी की है। एनआईए ने बिलाल अहमद कुछे नाम के शख्स को इस केस में गिरफ्तार किया है। एनआईए टीम ने रविवार (5 जुलाई) को बिलाल को गिरफ्तार किया। इससे पहले छह लोगों को एनआईए इस केस में पकड़ चुकी है। सीआरपीएफ काफिले पर हुए इस हमले में 40 सीआरपीएफ के जवानों की जान गई थी।
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जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बीते साल 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी थी। जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। उस वक्त इसे 2016 में हुए उरी हमले के बाद सबसे भीषण आतंकवादी हमला माना गया था। जिसने देश को हिला कर रख दिया था। ये विस्फोट आईईडी के माध्यम से किया गया था।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 2500 से अधिक कर्मचारी 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे। इनमें से अधिकतर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद अपने काम पर वापस लौट रहे थे। यह हमला श्रीनगर से करीब 30 किलोमीटर दूर श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर अवंतिपोरा इलाके में लाटूमोड पर इस काफिले पर घात लगाकर यह आत्मघाती हमला किया गया। धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए और आसपास जवानों के शव क्षत-विक्षत हालत में बिखर गए। एनआईए इस केस की जांच कर रही है। जिसने अब तक सात गिरफ्तारियां की हैं। हालांकि करीब डेढ़ साल बाद भी बहुत ज्यादा कामयाबी इस केस में मिलती नहीं दिखी है।
जम्मू-कश्मीर:
पुलवामा
में
CRPF
के
काफिले
पर
आतंकी
हमला,
IED
ब्लास्ट
में
एक
जवान
घायल