केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, ऑक्सीमीटर समेत ये 5 मेडिकल उपकरण हुए सस्ते
नई दिल्ली, जुलाई 24: कोरोना की दूसरी लहर के बीच ऑक्सीमीटर समेत कई मेडिकल उपकरणों की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिला था। अब सरकार की ओर से इस मामले में बड़ा कदम उठाया गया है। सरकार ने शनिवार को पल्स ऑक्सीमीटर , ब्लड प्रेशर नापने की मशीन समेत 5 मेडिकल डिवाइस पर ट्रेड मार्जिन सीमित करने का फैसला किया है। चिकित्सा उपकरणों पर व्यापार लाभ या मार्जिन को 70 प्रतिशत पर सीमित करने के साथ अब तक करीब 620 ब्रांडों की कीमतों में कमी आयी है।
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रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने जनहित में असाधारण शक्तियों का प्रयोग करते हुए पांच चिकित्सा उपकरणों के व्यापार मार्जिन को सीमित कर दिया है। "ये हैं: पल्स ऑक्सीमीटर, ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग मशीन, नेब्युलाइज़र, डिजिटल थर्मामीटर और ग्लूकोमीटर। केंद्र सरकार द्वारा प्राइस टू डिस्ट्रीब्यूटर (पीटीडी) स्तर पर व्यापार को 70% तक सीमित करने के बाद चिकित्सा उपकरणों सहित कुल 620 उत्पादों की कीमतों में गिरावट देखी गई है। यह सीमा 20 जुलाई से लागू हो जाएगी।
प्राइस टू डिस्ट्रिब्यूटर (पीटीडी) या वितरक को मिलने वाली कीमत के स्तर पर लाभ को 70 प्रतिशत तक सीमित किया गया था। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "इसके अनुसार, 23 जुलाई, 2021 तक इन चिकित्सा उपकरणों के कुल 684 उत्पादों/ब्रांडों की रिपोर्ट की गई है और 620 उत्पादों/ब्रांडों (91 प्रतिशत) ने अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) में कमी की जानकारी दी है। कंपनियां इन उपकरणों पर फिलहाल 3 प्रतिशत से लेकर 709 प्रतिशत तक मार्जिन लगती हैं।
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पल्स ऑक्सीमीटर के एक आयातित ब्रांड द्वारा अधिकतम कमी की जानकारी दी गयी है। इसमें प्रति इकाई 2,95,375 रुपये की कमी देखी गई है। मंत्रालय ने कहा कि सभी श्रेणियों में आयातित और घरेलू ब्रांडों ने एमआरपी कम करने की जानकारी दी है। आयातकों ने कीमतों में सबसे ज्यादा कमी पल्स ऑक्सीमीटर, ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग मशीन और नेबुलाइजर पर की है। सभी ब्रांडों और विशिष्टताओं पर 20 जुलाई 2021 से प्रभावी संशोधित एमआरपी को सख्त निगरानी और प्रवर्तन के लिए राज्य औषधि नियंत्रकों के साथ साझा किया गया है।