लोकसभा चुनाव 2019: जाजपुर लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: ओडिशा की जाजपुर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद बीजू जनता दल की रीता तराई हैं। बीजू जनता दल के इस लोकसभा क्षेत्र में मजबूत पकड़ का अंदाजा सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि पार्टी को 3 लाख 20 हज़ार से भी ज्यादा के अंतर से जीत मिली थी। बीजेडी की रीता तराई को 5 लाख 41 हज़ार वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस दूसरे नम्बर पर रहते हुए 2 लाख 21 हज़ार 78 वोट पा सकी थी। बीजेपी ने भी तीसरे स्थान पर रहते हुए डेढ़ लाख से ज्यादा वोट हासिल किया था।
जाजपुर ओडिशा की ऐसी लोकसभा सीट है जहां 1989 के बाद से सिर्फ एक बार 1998 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। बाकी सभी चुनावों में जनता दल या फिर बीजू जनता दल की जीत हुई है। निश्चित रूप से जाजपुर बीजेडी का मजबूत गढ़ कहा जा सकता है। कहा जाता है कि जाजपुर का असली नाम 'याजपुर' है जिसका संबंध उस महायज्ञ से जिसे भगवान ब्रह्मा ने वैतरणी नदी के तट पर किया था। वैतरणी यानी ऐसी नदी जिसके बारे में कहा जाता है कि दरअसल वह गंगा ही है जिसका नाम पितृलोक में बहते समय यमुना हो जाता है। जाजपुर का ज़िक्र हो और बंकिम चंद्र चटर्जी को याद न किया जाए, तो बात ही अधूरी रह जाती है। वंदेमातरम् के रचयिता बंकिम चंद्र चटर्जी यहां 1882 से 1884 तक डिप्टी मजिस्ट्रेट रहे थे।
तब ओडिशा अविभाजित बंगाल का हिस्सा था। आजाद भारत में भी जाजपुर पहले कटक का हिस्सा था। 1 अप्रैल 1993 को यह अलग ज़िला बना। जाजपुर की आबादी 18 लाख 27 हज़ार 192 है। ग्रामीण मतदाताओं की तादाद 92.61 फीसदी और शहरी मतदाताओं की तादाद 7.39 फीसदी है। यहां रहने वाले लोगों में अनुसूचित जाति का हिस्सा 23.72 फीसदी है जबकि आदिवासियों का हिस्सा 8.29 फीसदी है। जाजपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत सभी विधानसभा सीटों बिंझारपुर, बारी, बराचना, धरमशाला, जाजपुर, कोरेई, सुकिन्दा पर बीजेडी का कब्जा है।
रीता तराई का लोकसभा में प्रदर्शन
जाजपुर की संसाद रीता तराई 2019 में बजट सत्र के पहले तक चली 321 दिन की कार्यवाही में 270 दिन सदन में मौजूद रहीं। इस तरह 84.17 फीसदी उनकी उपस्थिति रही। इस दौरान उन्होंने 186 सवाल पूछे। 18 डिबेट में उन्होंने हिस्सा लिया। जाजपुर में सांसद निधि से महज 10 करोड़ 67 लाख रुपये ही ख़र्च हुए हैं। 4 करोड 58 लाख रुपये अब भी खर्च किए जाने बाकी हैं। दरअसल 25 करोड़ की राशि में से महज 15 करोड़ राशि ही केंद्र सरकार ने मंजूर की। सांसद ने 14 लाख 12 हज़ार रुपये की योजना का ही प्रस्ताव किया। इनमें से भी जिलाधिकारी ने महज 12 करोड़ 87 लाख की योजना को ही स्वीकृति दी।
साल
2014
के
लोकसभा
चुनाव
में
जाजपुर
में
कुल
13
लाख
3
हज़ार
733
मतदाता
थे।
इनमें
से
6
लाख
96
हज़ार
385
पुरुष
मतदाता
थे।
विगत
चुनाव
में
यहां
75
फीसदी
मतदान
हुआ
था।
यानी
9
लाख
80
हज़ार
435
मतदाताओं
ने
वोट
डाले
थे।
5
लाख
11
हज़ार
से
ज्यादा
पुरुष
मतदाताओँ
ने
वोट
डाले
थे,
जबकि
महिला
मतदाताओं
की
संख्या
4
लाख
69
हज़ार
138
थी।
2019
में
बीजेडी
का
मुख्य
मुकाबला
कांग्रेस
से
है।
बीजेपी
यहां
तीसरा
कोण
बनाने
की
कोशिश
में
है।
मगर,
यहां
ये
कह
पाना
मुश्किल
है
कि
बीजेडी
के
गढ़
में
कोई
दल
इस
साल
बाजी
मार
पाने
में
कामयाब
होगा।
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