लोकसभा चुनाव 2019 : बरगढ़ लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: ओडिशा की बरगढ़ लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद बीजू जनता दल के प्रभाष कुमार सिंह हैं। इस सीट का राजनीतिक इतिहास बहुत लम्बा नहीं है। 1952 में यहां से प्रतिनिधित्व हुआ करता था, मगर 1956 से 2008 तक यह लोकसभा सीट अस्तित्व में नहीं रही। 2009 में यह लोकसभा सीट अस्तित्व में आया। तब कांग्रेस के संजय भोई यहां से चुनकर संसद पहुंचे। 2014 में बीजू जनता दल के प्रभाष कुमार सिंह ने लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की। बरगढ़ लोकसभा क्षेत्र की आबादी 20 लाख 60 हज़ार से ज्यादा है। इसमें 81.5 फीसदी लोग ग्रामीण हैं।
शहरी जनसंख्या 18.5 फीसदी है। दलितों की आबादी 19.58 फीसदी और आदिवासियों की आबादी 22.21 फीसदी है। 2014 में बरगढ़ में बीजेडी और बीजेपी के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिला था। कांग्रेस ने तीसरा कोण बनाने की कोशिश की थी। बीजेडी को 34.11 फीसदी वोट मिले थे, जबकि बीजेपी को 33.12 फीसदी वोट। यानी तकरीबन एक फीसदी वोट से ही जीत-हार तय हुई थी। कांग्रेस को 24.44 प्रतिशत वोट मिले थे। विजयी उम्मीदवार बीजेडी के प्रभाष कुमार सिंह 3 लाख 83 हज़ार 230 वोट मिले थे। दूसरे स्थान पर रहे बीजेपी उम्मीदवार को महज 11, 178 वोट कम मिले थे। इस तरह उन्हें 3 लाख 72 हज़ार 52 वोट हासिल हुए थे।
प्रभाष कुमार सिंह का लोकसभा में प्रदर्शन
प्रभाष कुमार सिंह पढ़े लिखे हैं। डॉक्टरेट की डिग्री है। संसद में उन्होंने 56 बार डिबेट में हिस्सा लिया है। 142 सवाल उन्होंने सदन में पूछे हैं जो राष्ट्रीय औसत 273 और राज्य के औसत 204 से कम है। संसद में उनकी उपस्थिति 88 फीसदी रही है जो अच्छी उपस्थिति कही जा सकती है। बरगढ़ में सांसद निधि का करीब 3 करोड़ रुपया खर्च नहीं किया जा सका था। यह स्थिति दिसम्बर 2015 के आंकड़े के अनुसार है। 25 करोड़ की राशि में से 22.5 करोड़ की राशि जारी की जा चुकी थी। 22.16 करोड़ की राशि खर्च की जा चुकी है।
साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बरगढ़ लोकसभा सीट में 14 लाख 30 हज़ार से ज्यादा मतदाता थे। 79 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस तरह 11 लाख 23 हज़ार 301 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। इनमें पुरुष मतदाताओँ की तादाद 5 लाख 95 हज़ार से ज्यादा थी जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 5 लाख 27 हज़ार से ज्यादा थी। बरगढ़ लोकसभा क्षेत्र में 7 विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें बीजेडी के पास तीन सीटें हैं और बीजेपी व कांग्रेस के पास दो-दो सीटें हैं। बीजेडी के पास बरगढ़, अट्टाबीरा (सु) और भाटली विधानसभा सीटें हैं जबकि बीजेपी के पास पदमपुर और ब्रजराजनगर विधानसभा सीटें हैं। कांग्रेस के पास बीजेपुर और झारसुगुड़ा की सीटें हैं। ओडिशा में 2019 में भी बीजेडी, बीजेपी और कांग्रेस तीनों चुनाव मैदान में आ डटे हैं। एक समय लग रहा था कि बीजेडी महागठबंधन का हिस्सा बनेगा और कांग्रेस के साथ तालमेल देखने को मिलेगा, लेकिन नवीन पटनायक ये साफ कर दिया है कि वे एनडीए या यूपीए या महागठबंधन से सीधे तौर पर नहीं जुड़ेंगे। इस तरह यहां त्रिकोणीय संघर्ष की स्थिति है।
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