लोकसभा चुनाव 2019: इलाहाबाद लोकसभा सीट के बारे में जानिए
नई दिल्ली: इलाहाबाद लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद भाजपा के श्यामाचरण गुप्ता हैं। अब इलाहाबाद का नाम प्रयागराज कर दिया गया है। साल 2014 के लोक सभा चुनाव में इस सीट से श्यामाचरण 62 हजार नौ वोट से जीते थे। श्यामाचरण गुप्त को कुल 313,772 वोट मिले जबकि दुसरे नंबर पर रहे समाजवादी पार्टी के कुंवर रेवती रमण सिंह को 251,763 वोट मिले। 2014 के लोकसभा चुनाव में कुल 54 प्रतिशत वोट पड़े। लोकसभा चुनाव चुनाव 2014 में इलाहाबाद की कुल जनसंख्या 2,375,405 थी। जबकि निर्वाचन क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या: 1,666,569 थी। इनमें पुरुष मतदाता 917,403 और महिला मतदाताओं की संख्या 749,166 थी। इसमें 507,043 पुरुष और 384,539 महिला मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कुल 891,582 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस क्षेत्र में ग्रामीण आबादी 76.59% और शहरी आबादी 23.41% है। इलाहाबाद लोक सभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति की आबादी 22.22 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति की आबादी 0.27 प्रतिशत है।
प्रयागराज लोकसभा सीट का इतिहास
अब प्रयागराज लोकसभा सीट देश की एक अत्यंत महत्वपूर्ण सीट है। महत्वपूर्ण इस लिए की इसी सीट ने देश को दो प्रधानमन्त्री दिए, हेमवतीनंदन बहुगुणा, मुरली मनोहर जोशी और जनेश्वर मिश्र जैसे दिग्गज नेता दिए। बालीवुड के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन भी इलाहाबाद लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। यह सीट जितनी महत्वपूर्ण है उतनी ही चर्चित भी रहती है। इस सीट पर 1957 से 1971 तक लगातार कांग्रेस विजयी रही। वैसे कांग्रेस इलाहाबाद लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा सात बार विजयी रही। इमरजेंसी के बाद 1977 में यहाँ कांग्रेस का दुर्ग तब बीएलडी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले जनेश्वर मिश्र ने ढहाया। इसके बाद से इस सीट पर कभी निर्दलीय, कभी जनता दल, कभी समाजवादी पार्टी और कभी बीजेपी ने कब्ज़ा जमाया।
श्यामाचरण गुप्ता का लोकसभा में प्रदर्शन
कानपुर विश्वविद्यालय से स्नातक और इलाहाबाद विश्वविद्यालय से लॉ ग्रेजुएट श्यामाचरण संसद और प्रदेश, दोनों जगह काफी सक्रिय रहते हैं। उन्होंने अब तक सदन में 65 सवाल पूछे और सदन में उनकी हाजिरी 92 प्रतिशत रही है। श्यामाचरण गुप्त पेशे से व्यवसाई हैं।
जैसे जैसे 2019 का लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है इलाहाबाद, जिसका नाम अब प्रयागराज कर दिया गया है, इन दिनों चर्चा में है। कारण है कुंभमेला। मौनी अमावस्या के दिन 4 फरवरी को देश ही नहीं विदेशों से भी यहां आए करीब 3 करोड़ से अधिक लोगों ने डुबकी लगाईं । इलाहाबाद का ऐतिहासिक महत्व है। इस जिले में दो लोकसभा क्षेत्र हैं-इलाहाबाद और फूलपुर। फूलपुर प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरु का निर्वाचन क्षेत्र रहा है इसलिए उसका अपना महत्व है। इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र भी कई कारणों से चर्चित रहा है। अभी यहां से भाजपा के श्याम चरण गुप्ता सांसद हैं, लेकिन अखिलेश और मायावती के गठबंधन के बाद उन्हें टिकट मिलेगा या नहीं इसपर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। सपा यहां पिछले तीन चुनावों से रेवती रमण सिंह को टिकट देती आयी है। अब कांग्रेस ने पार्टी में नयी जान फूंकने केे लिए पूर्वी यूपी का प्रभार प्रियंका गांधी को सौंपा है, ऐसे में यह चुनाव काफी रोचक होने वाला है।