'नमो' ऐप के बाद महाराष्ट्र सरकार के 'महामित्र' ऐप पर लगा डेटा लीक का आरोप
मुंबईः महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने राज्य सरकार पर डेटा लीक करने का आरोप लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार के ऐप महामित्र के आंकड़े कहीं और जाते हैं। बता दें, महाराष्ट्र सरकार ने सोशल मीडिया के जरिये सरकार का काम लोगों तक पहुंचाने के लिए सरकारी एप 'महामित्र' को लॉन्च किया था।
इस ऐप पर अब वरिष्ठ कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि इस ऐप की सारी जानकारी एक निजी ट्रस्ट (अनुलोम) के पास जा रही है। वहीं, भाजपा ने इन तमाम आरोपों से इनकार किया है।
पृथ्वीराज चव्हाण ने आरोप लगाया है कि जब सरकारी आईटी कंपनियां हैं तो महामित्र के डेटा निजी ट्रस्ट को क्यों दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें डाटा चोरी का इशू है, इसमें प्राइवेसी के इशू हैं. डाटा बेचने के भी इशू हैं। डाटा गलत हाथ मे देने का भी इशू है। चव्हाण ने कहा, 'इन महामित्रों का इस्तेमाल लोगों के दिमाग और वोट पर काबू पाने के लिए किया जा रहा है। सभी संकलित डेटा को अनुलोम नामक एक निजी ट्रस्ट को भेजा जाता है, जिसकी स्थापना अतुल वाजे ने मुख्यमंत्री के आशीर्वाद से की थी।'
क्या
होता
है
डाटा
लीक
का
मतलब
सोशल
मीडिया
प्लेटफॉर्म
पर
यूजर
द्वारा
इस्तेमाल
की
गई
ऐप
में
जब
आप
लाइक,
डिसलाइक,
फ्रेंडस,
आपका
पता,
आपका
खान
पान,
रहन
सहन.
इन
सब
जानकरियों
को
शेयर
करते
हैं
तो
आपका
एक
साइकोलॉजिकल
प्रोफाइल
तैयार
किया
जाता
है।
इसका
इस्तेमाल
चुनाव
जिताने
या
हराने
के
लिए
किया
जाता
है।
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