राष्ट्रपति चुनाव 2017: सोनिया गांधी ने संभाला मोर्चा, इस रणनीति से BJP को करेंगी चारों खाने चित्त
जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोर्चा संभाल लिया है। बीजेपी के खिलाफ मोर्चाबंदी में जुटी सोनिया बेहद खास रणनीति से सियासी गणित बैठाने जुटी हुई है।
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की उससे कांग्रेस समेत दूसरे दल परेशान हैं। लगातार बीजेपी के शानदार प्रदर्शन और हाल में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सभी दलों ने सियासी गणित बिठाना शुरू कर दिया है। बात अगर देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की करें तो वो राष्ट्रपति चुनाव को लेकर खास रणनीति बनाने में जुट गई है।
बीजेपी के खिलाफ मोर्चाबंदी में जुटी कांग्रेस अध्यक्ष
कांग्रेस की ओर से मोर्चा संभाला पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने, उन्होंने विपक्ष को एकजुट करनी की मुहिम शुरू की है। उनकी मंशा है कि पूरे विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए कोई एक ही नाम आगे बढ़ाया जाए। इसी के मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष ने दूसरे दलों के नेताओं के साथ बैठकों का दौर शुरू किया है।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सोनिया गांधी ने संभाला मोर्चा
राष्ट्रपति चुनाव के साथ-साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की नजरें बीजेपी के खिलाफ एक फ्रंट बनाने पर भी है। इसी के मद्देनजर सोनिया गांधी ने बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के मुखिया नीतीश कुमार से मुलाकात की है। सोनिया गांधी ने इस बीच सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी से भी मुलाकात की और इस मामले में उनसे चर्चा की। सोनिया गांधी की नजर उन पार्टियों पर भी है जो पहले से कांग्रेस के साथ हैं। इनमें एनसीपी प्रमुख शरद पवार प्रमुख हैं। सीपीआई के डी राजा भी सोनिया गांधी की लिस्ट में शामिल हैं। जल्द ही कांग्रेस अध्यक्ष उनसे भी मुलाकात करके इस रणनीति को लेकर चर्चा करेंगी। बता दें कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो जाएगा। ऐसे में अगला राष्ट्रपति कौन हो इसको लेकर माथापच्ची का दौर शुरू हो चुका है।
बीजेपी को घेरने के लिए बनाया खास प्लान
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोनिया गांधी के साथ मुलाकात गुरुवार को 10 जनपथ में हुई। इस दौरान सोनिया गांधी ने नीतीश कुमार से पूछा कि आखिर विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने को लेकर आपका विचार क्या है? नीतीश कुमार ने कहा कि मुख्य विपक्षी पार्टी होने के नाते कांग्रेस को ही विपक्ष के एकजुट फ्रंट का नेतृत्व करना चाहिए। उन्होंने सोनिया गांधी से ये भी कहा कि सभी विपक्षी दलों की कोशिश यही है कि एकजुट होकर बीजेपी के खिलाफ उतरा जाए।
विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात में जुटी सोनिया गांधी
जेडीयू के मुखिया नीतीश कुमार ने बताया कि उन्होंने पिछले 6 महीने में कुछ नेताओं के साथ समय-समय पर मुलाकात की। उन्होंने जिन नेताओं से मुलाकात की है उनमें एनसीपी चीफ शरद पवार के अलावा उन्होंने जेडीएस के एचडी देवगौड़ा, बीजू जनता दल के बीजू पटनायक, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और सीपीआई के एस सुधाकर रेड्डी का नाम शामिल है।
सोनिया गांधी की नजरें राष्ट्रपति चुनाव पर
फिलहाल कांग्रेस अध्यक्ष की पहल पर एनसीपी की ओर से कहा गया है कि कई मुद्दों पर चर्चा हुई इसमें राष्ट्रपति चुनाव भी शामिल था। चर्चा में अहम यही था कि कैसे राष्ट्रपति चुनाव को लेकर एक राय बनाया जा सके। सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने भी कहा कि सोनिया गांधी के साथ राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चर्चा हुई। कोशिश यही होगी कि राष्ट्रपति चुनाव में पूरे विपक्ष की ओर एक ही नाम सामने रखा जाए। इस मामले सीपीएम की ओर से शरद पवार और आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव से भी अनौपचारिक बातचीत हुई है। सोनिया गांधी सीपीआई के डी राजा से बात की है। जल्द ही उनकी कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात हो सकती है।
2019 को लेकर सोनिया की खास रणनीति
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले गुजरात, हिमाचल प्रदेश में इस साल के आखिर में चुनाव है। वहीं मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में 2018 में विधानसभा चुनाव हैं। वहीं 2019 में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ ओडिशा का विधानसभा चुनाव है। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की कोशिश विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने पर है। जिससे आगामी चुनावों में बीजेपी को जीत से रोका जा सके।
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