योग दिवस पर सांसदों के लिए प्रज्ञा ठाकुर का सत्र, कांग्रेस सांसद ने पूछा- PM ने मन बदल लिया?
नई दिल्ली, 18 जून। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर का सांसदों का लिए सत्र रखे जाने को लेकर राजनीति गरमा गई है। विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने विवादित सांसद का सत्र निर्धारित किए जाने पर प्रधानमंत्री से सवाल किया है कि क्या उन्होंने प्रज्ञा ठाकुर पर अपना विचार बदल दिया है।
योग दिवस पर रखा गया है प्रज्ञा ठाकुर का सत्र
दरअसल योग दिवस के मौके पर लोकसभा में सांसदों के लिए 4 ऑनलाइन सत्र रखे गए हैं। इनमें से एक सत्र को सांसद प्रज्ञा ठाकुर को संबोधित करना है। इसका कार्यक्रम एक गुरुवार को ही सभी सांसदों को भेजा गया है।
कार्यक्रम में प्रज्ञा ठाकुर का सत्र रखे जाने पर कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने ट्वीट कर अपनी आपत्ति जाहिर की है।
टैगोर ने अपने ट्वीट में पूछा है "क्या मोदी साहेब ने प्रज्ञा ठाकुर को लेकर अपना हृदय परिवर्तन कर लिया है। योग दिवस पर पीएम की अपनी परियोजना में उनका सभी सांसदों के लिए मुख्य अतिथि होना यह दिखाता है कि उन्हें मन से माफ कर दिया गया है।"
जब पीएम ने कहा था- माफ नहीं कर पाऊंगा
दरअसल कांग्रेस सांसद का इशारा पीएम मोदी के उस बयान की तरफ है जो उन्होंने 2019 में प्रज्ञा ठाकुर के महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहे जाने के बाद दिया था। प्रज्ञा ठाकुर ने चुनाव के दौरान कहा था कि "नाथूराम गोड्से देशभक्त थे और देशभक्त रहेंगे। उन पर सवाल उठाने वाले अपने गिरेबान में झांके।"
पीएम मोदी से एक निजी चैनल के इंटरव्यू में सवाल पूछा गया कि बीजेपी प्रत्याशी गांधी के हत्यारे की तारीफ कर रही हैं। इस पर पीएम मोदी ने कहा था कि "गांधी और गोडसे पर जो बयान दिए गए हैं वे बहुत ही खराब और निंदनीय हैं। इस तरह की सोच सभ्य समाज के लिए नहीं है। जिन्होंने ऐसा किया है उन्हें भविष्य में 100 बार सोचना चाहिए। उन्होंने माफी मांग ली है, ठीक है लेकिन अपने मन से माफ नहीं कर पाऊंगा।"
बयानों को लेकर चर्चा में रहीं प्रज्ञा ठाकुर
2019 को लोकसभा चुनाव में प्रज्ञा ठाकुर मध्य प्रदेश की भोपाल सीट से भाजपा प्रत्याशी थीं। अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहीं प्रज्ञा ठाकुर ने कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को हराकर चुनाव जीता था।
हालांकि गोडसे पर टिप्पणी को देखते हुए प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मामलों से जुड़े संसदीय पैनल से हटा दिया गया और भाजपा की संसदीय बैठकों से भी दूर ही रखा गया।
इसके साथ ही प्रज्ञा ठाकुर 2008 के मालेगांव बम धमाकों की आरोपी हैं और जमानत पर बाहर हैं। 2008 में उत्तरी महाराष्ट्र में मुंबई से करीब 200 किलोमीटर दूर मालेगांव में एक मस्जिद के पास मोटरसाइकिल पर बंधा विस्फोटक फट गया था। इसमें 6 लोगों की मौत हुई थी और 100 से अधिक लोग घायल हुए थे।