ओ पन्नीरसेल्वम बोले, दो दिनों में सुलझ जाएगा AIADMK का झगड़ा
पन्नीरसेल्वम गुट ने पार्टी में विलय के लिए तीन शर्ते रखी थीं, जिसे पलानीसामी गुट ने लगभग मान लिया है।
नई दिल्ली। एआईएडीएमके का झगड़ा जल्दी ही सुलझने वाला है। तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम कहा है कि ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के दोनों धड़ों का विलय अगले एक से दो दिनों में हो जाएगा। वह अपने नेतृत्व वाले अन्नाद्रमुक (पुरात्ची थलाइवी अम्मा) धड़े के नेताओं के विलय के मुद्दे पर अनौपचारिक चर्चा करने के बाद बात कर रहे थे। शुक्रवार रात सुलह की कोशिश का कोई नतीजा नहीं निकलने के बाद यह बैठक हुई।
इससे पहले चेन्नई में मुख्यमंत्री ई पलानीसामी और पूर्व मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम गुट के बीच कई घंटों तक हुई बैठक के बाद भी विलय पर सहमति नहीं बन पाई थी। पिछले साल दिसंबर में जे जयललिता के निधन के बाद एआईएडीएमके दो गुटों में बंट गई थी। जयललिता की मौत के बाद मुख्यमंत्री पद और पार्टी में महासचिव पद के लिए जबरदस्त संघर्ष हुआ था।
पन्नीरसेल्वम गुट ने पार्टी में विलय के लिए तीन शर्ते रखी थीं, जिसे पलानीसामी गुट ने लगभग मान लिया है। शर्तों में शशिकला व उनके परिवार के सदस्यों को पार्टी से बाहर रखने, जयललिता के निधन की न्यायिक जांच कराने और जयललिता के आवास को स्मारक में बदलने की बात शामिल है।
कुछ दिन पहले पन्नीरसेल्वम गुट ने एक प्रस्ताव पारित किया था। इस प्रस्ताव में दिनाकरन को उप महासचिव के रूप में नियुक्ति को अनुचित, अस्वीकार्य व अवैध घोषित किया गया था। प्रस्ताव को दिनाकरन ने चुनौती दी थी। दिनाकरन ने दावा किया कि उसके पास 20 विधायकों का समर्थन है। प्रस्ताव में यह भी कहा गया कि शशिकला की खुद की महासचिव के तौर पर नियुक्ति निर्वाचन आयोग के जांच के घेरे में है।