बिस्कुट के डिब्बों में बच्चों की तस्करी करने वाली जूही चौधरी गिरफ्तार, पुलिस बनी संन्यासी
सीआईडी की जांच तब शुरू हुई थी, जब पिछले साल उत्तरी 24 परगना जिले के बदुरिया में बिस्कुट के डिब्बों में रखकर भेजे जाते बच्चे बरामद हुए थे।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बच्चों से खरीद-फरोख्त से जुड़े मामले में बीजेपी नेता जूही चौधरी को जोरदार ड्रामे के बाद मंगलवार की रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी में सबसे खास बात ये रही कि पुलिसवालों को भगवा चोला पहन कर संन्यासियों की तरह दबिश देनी पड़ी। पुलिस ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वो जूही चौधरी को चौकन्ना होने का कोई मौका नहीं देना चाहती थी।
जानकारी के मुताबिक सीआईडी को सूचना मिली थी कि जूही चौधरी दार्जीलिंग में भारत-नेपाल सीमा से सिर्फ 10 मिनट की दूरी पर बसे खरीबाड़ी ब्लॉक के एक घर में है। खबर पुख्ता पर पुलिस ने जाल फैलाया और संन्यासियों का भेस धर भिक्षा मांगने के बहाने रेकी करने उसी पते पर पहुंच गए। जब यह पक्का हो गया कि जूही चौधरी उसी पते पर मौजूद हैं, बाकी पुलिस वाले भी तुरंत ही वहां घुस आए। पुलिस ने जूही चौधरी को गिरफ्तार कर लिया। सीआईडी ने बुधवार को जूही को अदालत में पेश किया जहां से उसे 12 दिनों के लिए रिमांड पर भेज दिया गया है। देखें PICS: बचपन का प्यार पाने के लिए कराया सेक्स चेंज, लड़की बनने के बाद रचाई शादी
क्या था पूरा मामला
सीआईडी की जांच तब शुरू हुई थी, जब पिछले साल उत्तरी 24 परगना जिले के बदुरिया में बिस्कुट के डिब्बों में रखकर भेजे जाते बच्चे बरामद हुए थे। चंदना चक्रवर्ती ने कथित रूप से सीआईडी को बताया कि बीजेपी की जलपाईगुड़ी महिला शाखा की प्रमुख जूही चौधरी ने उन्हें बालगृह चलाने की मंज़ूरी दिलाने में मदद की थी, जहां से कम से कम 17 बच्चों को बेचे जाने का आरोप है। सीआईडी ने जूही चौधरी पर बच्चों की तस्करी करने का आरोप लगाया है, और उनका मानना है कि देश-विदेश में बच्चों को बेचे जाने के इस रैकेट में जूही भी चंदना के साथ मिली हुई थीं।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि जूही चौधरी ने राज्यसभा सदस्य रूपा गांगुली के जरिये वरिष्ठ बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय से संपर्क साधा था, ताकि केंद्र सरकार से आर्थिक सहायता मिल सके, तथा चंदना चक्रवर्ती द्वारा चलाए जाने वाले बालगृह 'आश्रय' का लाइसेंस रीन्यू हो जाए। सीआईडी इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या रूपा गांगुली को जूही चौधरी की गतिविधियों के बारे में जानकारी थी या नहीं, और क्या जूही ने बालगृह को मंज़ूरी दिलवाने के लिए भी उनसे मदद मांगी थी।