पत्नी की हत्या करने वाले का फोन बरामद, रिकॉर्डिंग में बताया कैसे दिया वारदात को अंजाम
दिल्ली। दिल्ली के रहने वाले एक 33 साल के शख्स ने अपनी ही पत्नी की हत्या कर दी और रविवार को पुलिस स्टेशन पहुंचा। यहां आकर उसने पुलिस से कहा कि उसने अपनी पत्नी की हत्या कर दी है क्योंकि उसे संदेह था कि वह किसी और के साथ रिश्ते में है।
आरोपी ने ये भी बताया कि उसने अपनी पत्नी के शव के कई टुकड़े कर दिए और उन्हें सैप्टिक टैंक में डाल दिया। इस पूरे काम में उसके भाई ने उसका साथ दिया था। इस बात की जानकारी पुलिस ने दी है।
मामले की जांच से जुड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी आशु और उसकी सास के बीच फोन पर हुई बातचीत की चार रिकॉर्डिंग बरामद की गई हैं। उसने जांचकर्ताओं की अपने भाई तरुण के अपराध में शामिल होने की बात भी बताई। उसका 25 साल का भाई तरुण रविवार से फरार है।
ये वही दिन है जब आशु दिल्ली के प्रेम नगर पुलिस स्टेशन में सुबह करीब 11 बजे आया था। इसी दौरान उसने अपनी पत्नी सीमा की हत्या की बात भी कबूल की थी। हालांकि उसने तरुण के बारे में पुलिस को कुछ नहीं बताया, पुलिस को इस बात का पता तब चला जब पुलिस ने आशु के घर से उसका फोन बरामद किया।
सीमा की मां ने आशु की बात को गंभीरता से नहीं लिया
पुलिस का कहना है कि अपनी पत्नी सीमा की कथित तौर पर हत्या करने के बाद आशु ने अपनी सास को फोन करके बताया कि उसने उनकी बेटी को मार दिया है। उसने शनिवार की रात 9 बजे से आधी रात तक के बीच चार बार अपनी सास को फोन किया। लेकिन सीमा की मां ने आशु की बात को गंभीरता से नहीं लिया।
पुलिस ने बताया कि फोन पर आशु अपनी सास को बता रहा था कि उसने सीमा की हत्या कर दी है क्योंकि वह उसे लगातार धोखा दे रही थी। वह कहता है कि उसने सीमा के शव के टुकड़े भी कर दिए हैं। लेकिन उसकी सास को ये सच नहीं लगा। इसके बाद आशु बोलता है कि उसने सीमा के शव के टुकड़ों को सैप्टिक टैंक में डाल दिया है।
पुलिस के अनुसार आशु की सास उससे कई बार फोन पर बात करने के बाद सो गई। इसके बाद आरोपी आशु ने कथित तौर पर अपने भाई तरुण को फोन किया और बताया कि उसने सीमा की हत्या कर दी है। इसके अलावा उसने अपने भाई से शव को ठिकाने लगाने के लिए भी मदद मांगी।
आशु ने कुछ मिनट बाद फिर अपनी सास को फोन किया
पुलिस ने बताया, "तरुण आशु से अपराध स्थल पर मिलने से पहले बाजार से चाकू खरीदकर लाया। दोनों ने सीमा के शव के टुकड़े कर दिए, फिर उन्हें घर के पास स्थित सैप्टिक टैंक और नाले में डाल दिया।" पुलिस ने बताया कि इसके बाद दोनों भाईयों ने घटनास्थल की सफाई की, अपने कपड़ों से खून के धब्बे हटाए। फिर दोनों नहाए भी।
एक अन्य जांचकर्ता ने बताया कि आशु ने शव को नाले में फेंकने के बाद दोबारा अपनी सास को फोन किया लेकिन उसने एक बार फिर उसके दावों को हलके में ले लिया। अधिकारी ने बताया कि आशु ने कुछ मिनट बाद फिर अपनी सास को फोन किया और कहा कि क्या उसने इस बारे में पुलिस या फिर किसी और को बताया है। तो उसकी सास को उसका व्यवहार थोड़ा अजीब लगा और उसने अपने पति को इस बारे में बताया।
आशु पुलिस स्टेशन चला गया
लेकिन आशु के ससुर ने भी उसकी बातों पर विश्वास नहीं किया और दोनों सास-ससुर सोने चले गए। इसके अगले दिन रविवार को दंपति ने अपने बेटे को इस बारे में बताया, फिर उन्होंने जब आशु और सीमा को फोन किया तो दोनों का फोन स्विच ऑफ आने लगा। इसके बाद ये लोग तनाव में आ गए और आशु के घर के लिए निकले।
रास्ते में इन्होंने उसके पड़ोसी को भी फोन किया। जब आशु के पड़ोसी ने उसे बताया कि उसके ससुराल वाले आ रहे हैं, तो आरोपी आशु पुलिस स्टेशन चला गया और पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया। ठीक उसी समय सीमा का परिवार भी अपनी बेटी के घर पहुंच गया और पुलिस को फोन किया।
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