ब्रिक्स समिट में बोले पीएम मोदी- आतंक को समर्थन देने वाले देशों को भी दोषी ठहराया जाए
आतंक को समर्थन देने वाले देशों को भी दोषी ठहराया जाए: पीएम मोदी
नई दिल्ली। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि आतंकवाद आज विश्व के सामने सबसे बड़ी समस्या है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि आतंकवादियों को समर्थन और सहायता देने वाले देशों को भी दोषी ठहराया जाए और इस समस्या का संगठित तरीके से मुकाबला किया जाए। प्रधानमंत्री ने हालांकि किसी देश का नाम नहीं लिया लेकिन उनका इशारा साफतौर पर पकिस्तान की ओर रहा।
रुस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के निमंत्रण पर रूस की मेजबानी में हो रही ब्रिक्स देशों के 12वें शिखर सम्मेलन में शामिल नरेंद्र मोदी ने कहा, 2021 में BRICS के 15 वर्ष पूरे हो जाएंगे। पिछले सालों में हमारे बीच लिए गए विभिन्न निर्णयों का मूल्यांकन करने के लिए हमारे शेरपा एक रिपोर्ट बना सकते हैं। 2021 में अपनी अध्यक्षता के दौरान हम BRICS के तीनों स्तंभों में intra-BRICS सहयोग को मजबूत करने का प्रयत्न करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा, हमने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत एक व्यापक सुधार प्रक्रिया शुरू किया है। यह कैंपेन इस विश्वास पर आधारित है कि एक आत्मनिर्भर और लचीला भारत कोविड के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए फोर्स मल्टीपलायर हो सकता है और दुनिया में एक मजबूत योगदान दे सकता है। इसका उदहारण हमने कोविड19 के दौरान भी देखा, जब भारतीय फार्मा उद्योग की क्षमता के कारण हम 150 से अधिक देशों को आवश्यक दवाइयां भेज पाए। हमारी वैक्सीन उत्पादन और डिलीवरी क्षमता भी इस तरह मानवता के हित में काम आएगी।
ब्रिक्स देशों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा है, बैठक में अगले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए भारत को अध्यक्षता सौंपी जाएगी। यानी भारत 2021 में होने वाले 13वें ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। हालांकि भारत ने 2012 और 2016 में ब्रिक्स देशों के शिखल सम्मेलन की अध्यक्षता की है।