अब घर बैठे SC में दायर कर सकेंगे PIL, आ गया यह नया सिस्टम
आप रहने वाले तमिलनाडु के हैं और आपको सुप्रीम कोर्ट में कोई याचिका दायर करनी है तो अब आप हजार किलोमीटर से ज्यादा की दूरी नहीं तय करनी पड़ेगी बल्कि न्याय अब आपके कंप्यूटर तक दस्तक दे चुका है।
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में अब पेपरलेस वर्क से लैस होने की ओर है। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया जगदीश सिंह खेहर की मौजूदगी में सुप्रीम कोर्ट की एकीकृत मुकदमा प्रबंधन प्रणाली का उद्घाटन किया।
अब पेपरलेस होगा कोर्ट
इस प्रणाली के माध्यम से कोर्ट में वादियों को आंकड़े हासिल करने और ऑनलाइन जानकारी हासिल करने में जहां खासी मदद मिलेगी वहीं अब कोर्ट के पेपर लेस होने की दिशा में यह एक अहम कदम साबित होगा। इतना ही नहीं अब आपको याचिका दायर करने के लिए अदालत आने की आने की जरूरत नहीं होगी। कोर्ट में ऑनलाइन याचिका दायर की जा सकेगी।
बोले मोदी- बदल रहा है देश
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि देश बदल रहा है। आज आधुनिकता की ओर एक और कदम बढ़ाया गया जो न्याय व्यवस्था की ओर से हो रहा है। उन्होंने कहा कि गरीबों को कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए हमें एक बड़े पैमाने पर आंदोलन बनाना होगा। पीएम ने कहा कि समय की आवश्यकता है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के आवेदन पर ध्यान केंद्रित किया जाए।
मानसिकता है एक समस्या
मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी के पास हमारी आर्थिक क्षमता को भी बदलने की शक्ति है। उन्होंने कहा कि ई-शासन आसान, प्रभावी और किफायती है यह पर्यावरण के अनुकूल भी है पेपरलेस कार्यालयों को पर्यावरण का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि जब प्रौद्योगिकी की बात आती है, तो यह सच है कि मानसिकता एक समस्या बन गई है। मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी की हमारी समझ केवल हार्डवेयर तक ही सीमित नहीं होनी चाहिए।
खेहर बोले- आएगी पारदर्शिता
इसी अवसर पर सीजेआई खेहर ने कहा कि इस व्यवस्था से पारदर्शिता आएगी, हेरफेर नहीं होगी और वादी को तय समय में अपने मुकदमों की प्रगति के बारे में जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि इसके जरिए केंद्र और राज्य सरकार के विभागों को भी इस बात की जानकारी हो जाएगी कि किस मामले में वो पक्षकार बनें हैं और उसी आधार पर उनकी तैयारी होगी।
{promotion-urls}