PM Modi Mumbai दौरे पर बोले- भारत में अभूतपूर्व आत्मविश्वास, सपने पूरे करने का साहस दिखा रहा देश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई दौरे पर छत्रपति शिवाजी को याद किया। उन्होंने कहा, आजादी के बाद पहली बार भारत बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का साहस कर रहा है।
PM Modi Mumbai दौरे पर'स्वराज' और 'सुराज' की भावना को रेखांकित करते दिखे। मुंबई में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आजादी के बाद पहली बार भारत बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का साहस कर रहा है। पिछली शताब्दी का एक लंबा समय गरीबी पर चर्चा करने, दुनिया से मदद मांगने और किसी तरह जीने में बीता। प्रधानमंत्री मोदी ने मेट्रो सेवाओं का उद्घाटन करने के बाद ट्रेन में सफर भी किया। पीएम मोदी ने मेट्रो में सफर के दौरान युवाओं से संवाद भी किया।
मुंबई मेट्रो में पीएम मोदी
बकौल प्रधानमंत्री मोदी, स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार दुनिया ने भारत के संकल्पों पर भरोसा किया। उन्होंने कहा, आज हर किसी को लगता है कि भारत तेजी से विकास और समृद्धि के लिए कुछ जरूरी काम कर रहा है। आज भारत अभूतपूर्व आत्मविश्वास से भरा हुआ है। छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रेरणा से आज के भारत की डबल इंजन सरकार में 'स्वराज' और 'सुराज' की भावना झलकती है।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi avails Mumbai metro and interacts with the youth onboard. Earlier this evening, he inaugurated two lines of the Mumbai metro.
(Video Source: DD News) pic.twitter.com/6IXCOeivXx
— ANI (@ANI) January 19, 2023
टैक्स के पैसों पर संवेदनशीलता नहीं थी
पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल में हुए प्रयासों का जिक्र कर कहा कि पिछले 8 वर्षों में भाजपा सरकार ने भौतिक और सामाजिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए भविष्य की दृष्टि और आधुनिक दृष्टिकोण के साथ काम किया है। उन्होंने कहा, 'हमने वो दौर देखा है जब गरीबों के कल्याण के लिए रखा गया पैसा घोटालों में डूब जाता था। टैक्सपेयर से मिलने वाले टैक्स को लेकर कोई संवेदनशीलता नहीं थी.'
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विकसित भारत बनाने की ललक
उन्होंने कहा, "आज भारत भविष्यवादी सोच और आधुनिक दृष्टिकोण के साथ अपने भौतिक और सामाजिक बुनियादी ढांचे के उन्नयन में निवेश कर रहा है।" बकौल प्रधानमंत्री मोदी, आजादी के अमृत काल में विकसित भारत बनाने की भारतीयों की ललक दुनिया में भी दिखाई देती है। उन्होंने कहा, आज, हर कोई महसूस करता है कि भारत तेजी से विकास और समृद्धि के लिए जरूरी प्रयास कर रहा है।
बुनियादी ढांचे का विकास मिशन मोड में
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया की बड़ी-बड़ी अर्थव्यवस्थाएं आज संकट में हैं, लेकिन ऐसे मुश्किल समय में भी भारत 80 करोड़ से ज्यादा देशवासियों को मुफ्त राशन दे रहा है। उन्होंने कहा कि आधुनिक कनेक्टिविटी मुंबई को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। पीएम ने कहा, "हम भारत के विकास को बढ़ावा देने के लिए मुंबई जैसे शहरों को भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में काम कर रहे हैं। मेट्रो जैसे बुनियादी ढांचे को एक मिशन मोड पर विकसित किया जा रहा है।"
12,600 करोड़ रुपये की परियोजनाएं
दरअसल, महाराष्ट्र दौरे पर पीएम मोदी ने गुरुवार को मुंबई मेट्रो की दो लाइनों सहित कई अन्य विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने मुंबई मेट्रो की 2ए और 7 लाइनों का उद्घाटन किया। अंधेरी से दहिसर तक फैले 35 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण लगभग 12,600 करोड़ रुपये की लागत से हुआ है।
करीब 35 किमी लंबी मेट्रो लाइन, ट्रेन- मेड इन इंडिया
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, दहिसर ई और डीएन नगर (पीली लाइन) को जोड़ने वाली मेट्रो लाइन 2ए लगभग 18.6 किलोमीटर लंबी है। अंधेरी ई और दहिसर ई (लाल रेखा) को जोड़ने वाली मेट्रो लाइन 7 लगभग 16.5 किलोमीटर लंबी है। लगभग आठ साल पहले 2015 में प्रधानमंत्री मोदी ने ही इन लाइनों का शिलान्यास भी किया था। ये मेट्रो ट्रेनें मेड इन इंडिया हैं।
कॉमन मोबिलिटी कार्ड से बेहतर सेवाएं
प्रधानमंत्री ने यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी और सेवाओं के मकसद से मुंबई 1 मोबाइल ऐप और नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (मुंबई 1) भी लॉन्च किया। ऐप यात्रा को आसान बनाएगा, मेट्रो स्टेशनों के एंट्री गेट पर यूपीआई के माध्यम से टिकट खरीदने के लिए डिजिटल भुगतान किया जा सकता है। नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (मुंबई 1) का उपयोग शुरू में मेट्रो कॉरिडोर में किया जाएगा। स्थानीय ट्रेनों और बसों सहित बड़े पैमाने पर सार्वजनिक परिवहन के अन्य माध्यमों में भी कॉमन मोबिलिटी कार्ड की सुविधा दी जा सकती है।
डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दे रही सरकार
कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) से सफर कितना आसान बनेगा इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों को ढेरों कार्ड या नकदी साथ लेकर चलने की जरूरत नहीं होगी। NCMC कार्ड से त्वरित, संपर्क रहित और डिजिटल लेनदेन किया जा सकेगा। मेट्रो की सौगात वाले समारोह में पीएम मोदी के अलावा महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत कई अन्य लोग भी मौजूद रहे।
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी शिलान्यास
मेट्रो के अलावा प्रधानमंत्री ने सात सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी शिलान्यास किया। इन्हें लगभग 17,200 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक ये सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट मलाड, भांडुप, वर्सोवा, घाटकोपर, बांद्रा, धारावी और वर्ली में स्थापित किए जाएंगे। इनकी संयुक्त क्षमता करीब 2,460 मिलियन लीटर प्रति दिन (MLD) होगी। मुंबई में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के प्रयास में प्रधानमंत्री ने बालासाहेब ठाकरे की स्मृति में दवाखाने की सौगात भी दी।
स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने पर ध्यान
प्रधानमंत्री के मुंबई दौरे के बारे में पीएमओ ने एक बयान में कहा, दवाखाने की अनूठी पहल के तहत लोगों को स्वास्थ्य जांच, दवाएं, जांच और निदान जैसी जरूरी चिकित्सा सेवाएं पूरी तरह से मुफ्त मिलती हैं। पीएम मोदी ने मुंबई में तीन अस्पतालों अर्थात 360-बेड वाले भांडुप मल्टीस्पेशलिटी म्यूनिसिपल अस्पताल, 306 -बेडेड सिद्धार्थ नगर अस्पताल, गोरेगांव (पश्चिम) और 152-बेड वाला ओशिवारा मैटरनिटी होम के पुनर्विकास की आधारशिला भी रखेंगे।
सड़कों की खुदाई से बचने के लिए 6,100 करोड़ रुपये
पीएम मोदी ने मुंबई में लगभग 400 किलोमीटर सड़कों के लिए सड़क पक्कीकरण भी परियोजना शुरू की। यह परियोजना करीब 6,100 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की जाएगी। मुंबई में लगभग 2050 किलोमीटर तक फैली कुल सड़कों में से, 1200 किलोमीटर से अधिक सड़कें या तो पक्की हो चुकी हैं या पक्की होने की प्रक्रिया में हैं। हालांकि, लगभग 850 किलोमीटर लंबी शेष सड़कें गड्ढों की चुनौतियों का सामना कर रही हैं। इससे ट्रैफिक गंभीर रूप से प्रभावित हो रहा है। चुनौती से निपटने के लिए कंक्रीट की सड़कें बनाई जा रही हैं। इनसे बेहतर सुरक्षा के साथ-साथ तेज यात्रा भी की जा सकेगी। बेहतर जल निकासी का बंदोबस्त होगा, जिससे सड़कों की नियमित खुदाई से बचा जा सकेगा।
प्रतिष्ठित संरचना का संरक्षण
परियोजनाओं की सौगात देने पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के पुनर्विकास की आधारशिला भी रखी पुनर्विकास की योजना टर्मिनस के दक्षिणी विरासत नोड को कम करने, यात्री सुविधाओं की वृद्धि, बेहतर बहु-मॉडल एकीकरण और विश्व प्रसिद्ध प्रतिष्ठित संरचना के संरक्षण की दृष्टि से बनाई गई है। इसमें 1,800 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जाएंगे।