बिना टेलीप्रॉम्पटर के ही पीएम मोदी ने देश को किया संबोधित, लाल किले से दिया पांचवा सबसे लंबा भाषण
नई दिल्ली, 15 अगस्त। देश की आजादी के उत्सव के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। लेकिन इस बार प्रधानमंत्री मोदी का भाषण कई मायनों में अलग था। प्रधानमंत्री यूं तो लाल किले पर भाषण के दौरान टेलीप्रॉम्पटर का इस्तेमाल करते थे, लेकिन इस बार प्रधानमंत्री ने पुराने तरीके को अपनाते हुए बिना टेलीप्रॉम्पटर के अपना भाषण दिया। लाल किले पर प्रधानमंत्री ने 9वीं बार देश को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने आज पारंपरिक तिरंगे के रंग में साफा पहनकर देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर संबोधित किया।
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इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को बिना टेलीप्रॉम्पटर के ही 82 मिनट तक संबोधित किया। पीएम मोदी का यह पांचवा सबसे लंबा भाषण था। इससे पहले 2016 में पीएम मोदी ने सबसे लंबा भाषण दिया था। पीएम मोदी ने उस वक्त 94 मिनट तक देश को संबोधित किया था। दूसरा सबसे लंबा भाषण 2019 में पीएम मोदी ने 92 मिनट, 2015 में 88 मिनट, 2018 में 83 मिनट तक देश को लाल किले से संबोधित किया था।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान का कोई ऐसा कोना नहीं था, कोई काल ऐसा नहीं था जब देशवासियों ने सैकड़ों सालों तक गुलामी के खिलाफ जंग ना किया होगा, जीवन ना खफाया हो, आहूति ना दी हो। आज हम सब देशवासियों के लिए ऐसे हर महापुरुष को, त्यागी को, बलिदानी को नमन करने का अवसर है। उनका स्मरण करते हुए उनके सपनों को जल्द से जल्द पूरा करने का संकल्प लेने का यह अवसर है।
पीएम मोदी ने कहा कि देश के संकल्पों को पूरा करने वाले चाहे सेना के जवान हों, पुलिस के कर्मी हों, जनप्रतिनिधि हों इन सबके योगदान को स्मरण करने का अवसर है। अब राजनीतिक स्थिरता है, निर्णयों में तेजी हो तो विकास के लिए हर कोई भागीदार बन रहा है। हमने सबका साथ सबका विकास का मंत्र लेकर काम किया, हमने देखा है कि हमारी सामूहिक शक्ति क्या होती है। जिस प्रकार देश में 75 अमृत उत्सव मनाया जा रहा है, बड़ा अभियान चल रहा है वह लोगों के संकल्प और एकजुटता को दर्शाता है। आजादी के अमृत काल में हमारी 75 साल की यात्रा पर अगर हम अपनी ही पीठ थपथपाते रहेंगे तो हमारे सपने कहीं दूर चले जाएंगे। अगले 25 वर्ष हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।