Mann ki Baat Highlights: पीएम मोदी ने की 100 करोड़ वैक्सीन, UN, पटेल जंयती और शांति मंत्र की बात
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिये देशवासियों को संबोधित किया। यह रेडियो कार्यक्रम आज सुबह 11 बजे प्रसारित हुआ । इस कार्यक्रम को टीवी, फेसबुक, ट्विटर पेज और मोबाइल एप पर भी लाइव प्रसारित किया गया। बता दें कि आज 'मन की बात' का 82वां संस्करण था । मालूम हो कि ये कार्यक्रम हर महीने के अंतिम रविवार को प्रसारित होता है।
आइए जानते हैं इस रोचक कार्यक्रम के मुख्य अंश
- 100 करोड़ वैक्सीनेशन के लिए देश को बधाई देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 100 करोड़ वैक्सीन डोज का आंकड़ा बहुत बड़ा जरुर है, लेकिन इससे लाखों छोटी-छोटी प्रेरक और गर्व से भर देने वाली अनेक अनुभव, अनेक उदाहरण जुड़े हुए हैं।
- मैं जानता था कि हमारे हेल्थकेयर वर्कर्स देशवासियों के टीकाकरण में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: पीएम मोदी
- हमारे vaccine कार्यक्रम की सफलता, भारत के सामर्थ्य को दिखाती है, सबके प्रयास के मंत्र की शक्ति को दिखाती है: पीएम मोदी
- अगले रविवार, 31 अक्तूबर को, सरदार पटेल जी की जन्म जयंती है | 'मन की बात' के हर श्रोता की तरफ से, और मेरी तरफ से, मैं, लौहपुरुष को नमन करता हूं : पीएम मोदी
- हम सभी का दायित्व है कि हम एकता का संदेश देने वाली किसी-ना-किसी गतिविधि से जरुर जुड़ें: PM
- 31 अक्टूबर को हम 'राष्ट्रीय एकता दिवस' के रूप में मनाते हैं: : पीएम मोदी
- पीएम मोदी ने कहा, अमृत महोत्सव में भी अपनी कला, संस्कृति, गीत, संगीत के रंग अवश्य भरने चाहिए
- हमारे यहां रंगोली के जरिए त्योहारों में रंग भरने की परंपरा तो सदियों से है: पीएम मोदी
- रंगोली देश की संस्कृति और कला को बखूबी बयां करती है: पीएम मोदी
- संस्कृति मंत्रालय इससे भी जुड़ा एक नेशनल प्रतियोगिता करने जा रहा है: पीएम मोदी
- आज 24 अक्टूबर को UN Day यानि 'सयुंक्त राष्ट्र दिवस' मनाया जाता है: पीएम मोदी
- भारत ने आजादी से पहले 1945 में ही सयुंक्त राष्ट्र के Charter पर हस्ताक्षर किए थे: पीएम मोदी
- सयुंक्त राष्ट्र का प्रभाव और उसकी शक्ति बढ़ाने में, भारत की नारी शक्ति ने, बड़ी भूमिका निभाई है: पीएम मोदी
- 1953 में श्रीमती विजया लक्ष्मी पंडित, UN General Assembly की पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं: पीएम मोदी
- श्रीमती हंसा मेहता वो डेलिगेट थीं जिनकी वजह से ये संभव हो पाया, उसी दौरान, एक अन्य डेलिगेट श्रीमती लक्ष्मी मेनन ने Gender Equality के मुद्दे पर जोरदार तरीके से अपनी बात रखी थी: पीएम मोदी
- मैं जब स्वच्छता की बात करता हूँ तब कृपा कर के Single Use Plastic से मुक्ति की बात हमें कभी भी भूलना नहीं है | तो आइये, हम संकल्प लें कि स्वच्छ भारत अभियान के उत्साह को कम नहीं होने देंगे | हम सब मिलकर अपने देश को पूरी तरह स्वच्छ बनाएँगे और स्वच्छ रखेंगे: PM
- स्वच्छता के प्रयास तभी पूरी तरह सफल होते हैं जब हर नागरिक स्वच्छता को अपनी जिम्मेदारी समझे | अभी दीपावली पर हम सब अपनी घर की साफ़ सफाई में तो जुटने ही वाले हैं | लेकिन इस दौरान हमें ध्यान रखना है कि हमारे घर के साथ हमारा आस-पड़ोस भी साफ़ रहे : पीएम मोदी
- आप local खरीदेंगे तो आपका त्योहार भी रोशन होगा और किसी गरीब भाई-बहन, किसी कारीगर, किसी बुनकर के घर में भी रोशनी आएगी | मुझे पूरा भरोसा है जो मुहिम हम सबने मिलकर शुरू की है, इस बार त्योहारों में और भी मजबूत होगी : पीएम मोदी
- इतने त्योहार एक साथ होते हैं तो उनकी तैयारियाँ भी काफी पहले से शुरू हो जाती हैं | आप सब भी अभी से खरीदारी का plan करने लगे होंगे, लेकिन आपको याद है न, खरीदारी मतलब 'Vocal For Local' : पीएम मोदी
PM @narendramodi highlights the contribution of police personnel.
He also shares an interesting data point from the @BPRDIndia which highlights the increasing participation of women in the police forces. pic.twitter.com/vgSTOPgupv
— PMO India (@PMOIndia) October 24, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शांति का मंत्र पढ़ा :-
- ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षॅं शान्ति:,
- पृथ्वी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति:।
- वनस्पतय: शान्तिर्विश्र्वे देवा: शान्तिर्ब्रह्म शान्ति:,
- सर्वॅंशान्ति:, शान्तिरेव शान्ति:, सा मा शान्तिरेधि।।
- ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:।।
राज्यों को अब तक दिए गए 106.79 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज, वैक्सीनेशन आंकड़ा 1.02 करोड़
मालूम हो कि अपने पिछले महीने के मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने जल ही जीवन पर जोर दिया था। उन्होंने कहा था कि 'हमारे यहाँ कहा गया है -"पिबन्ति नद्यः, स्वय-मेव नाम्भः " अर्थात नदियाँ अपना जल खुद नहीं पीती, बल्कि परोपकार के लिए देती हैं। 'भारत में स्नान करते समय 'गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति. नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिं कुरु ॥ श्लोक बोलने की परंपरा रही है' पहले हमारे घरों में परिवार के बड़े ये श्लोक बच्चों को याद करवाते थे और इससे हमारे देश में नदियों को लेकर आस्था भी पैदा होती थी।'
बापू के आदर्शों को याद किया था
इसके साथ ही उन्होंने अपने कार्यक्रम में बापू के आदर्शों को याद किया था और कहा था और स्वच्छता के महत्व का भी जिक्र किया था। पीएम ने कहा कि गांधी जी ने कहा था कि छोटे-छोटे प्रयासों से कभी कभी तो बहुत बड़े-बड़े परिवर्तन आते हैं और ये पूरी तरह से सत्य है।