कारगिल युद्ध में दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाले धनोआ बने IAF नए उप प्रमुख
नई दिल्ली। सोमवार को भारतीय वायुसेना के लिए बहुत बड़ा दिन था क्योंकि इस दिन भारतीय वायु सेना नए उप प्रमुख की कमान कारगिल में दुश्मनों की नींद उड़ाने वाले और उनके दांत खट्टे करने वाले एयर मार्शल बीरेन्द्र सिंह धनोआ ने संभाली। धनोआ ने एयर मार्शल रविकांत शर्मा की जगह ली है क्योंकि रविकांत शर्मा का कार्यकाल 31 मई को खत्म हो गया था इसलिए धनोआ ने उनकी जगह मोर्चा संभाला है।
धनोआ की गिनती देश के सबसे जांबाज और बहादुर ऑफिसरों में होती है, धनोआ ने ही कारगिल युद्ध के दौरान बीरेन्द्र सिंह धनोआ ने लड़ाकू स्क्वाड्रन का नेतृत्व किया था और दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिये थे। एयर मार्शल धनोआ एक योग्य फ्लाइंग प्रशिक्षक हैं और उन्होंने अपने प्रतिष्ठित कैरियर के दौरान अनेक प्रकार के लड़ाकू विमान उड़ाए हैं। करगिल युद्ध के दौरान उन्होंने लड़ाकू स्क्वाड्रन का नेतृत्व किया और स्वयं पहाड़ी इलाकों में अनेक रात्रि कालीन मिशन उड़ानें भरी थीं।
धनोआ ने कारगिल वार में लड़ाकू स्क्वाड्रन का नेतृत्व किया था
धनोआ ने रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन से पढ़ाई की है और बेहद ही स्ट्रेट फारवर्ड कहे जाते हैं। वो इससे पहले स्टेशन कमांडर और विदेश में भारतीय सैन्य प्रशिक्षण दल चीफ का पद संभाल चुके हैं।वायु सेना के उप-प्रमुख के रूप में नियुक्ति से पहले धनोआ दक्षिण-पश्चिमी वायु कमान के एयर आफिसर कमांडिंग-इन-चीफ थे।
दक्षिण-पश्चिमी वायु कमान के एयर आफिसर कमांडिंग-इन-चीफ
धनोआ को राष्ट्रपति ने 1999 में युद्ध सेवा मेडल (वाईएसएन), वायु सेना मेडल (वीएन) और 2015 में अति विशिष्ट सेवा मेडल (एवीएसएम) से सम्मानित भी किया जा चुका है।