Partha Chatterjee के घर से 'ब्लैक डायरी' बरामद, अर्पिता मुखर्जी ने कबूला- 'रिश्वत नीचे से ऊपर...' !
पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय को अहम सुराग हाथ लगा है। पार्थ चटर्जी के घर से ब्लैक डायरी बरामद की गई है। partha chatterjee wb ssc scam probe ed seized black diary
कोलकाता, 26 जुलाई : पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में तृणमूल विधायक और मंत्री पार्थ चटर्जी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने पार्थ चटर्जी के घर से 'ब्लैक डायरी' बरामद की है। खबरों की माने तो ब्लैक डायरी डायरी पश्चिम बंगाल सरकार के शिक्षा विभाग से संबंधित है और एसएससी टीचर भर्ती घोटाला मामले में पार्थ चटर्जी के घर से बरामद ब्लैक डायरी अहम कड़ी साबित हो सकती है।
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बता दें कि तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और ममता सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी के शिक्षा मंत्री रहने के दौरान पश्चिम बंगाल एसएससी में अनियमितताओं की खबरें सुर्खियों में हैं। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पार्थ चटर्जी के मंत्री रहते उनके विभाग में कथित तौर पर करोड़ों का घोटाला हुआ है।
अर्पिता मुखर्जी को पार्थ चटर्जी का करीबी बताया जा रहा है और उनसे जुड़े परिसरों पर ईडी लगातार छापेमारी कर रही है। इसी छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को मंगलवार को पार्थ चटर्जी के घर से 'ब्लैक डायरी' बरामद हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ये डायरी को इस केस में अहम साबित हो सकती है।
बता दें कि पार्थ को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हें भुवनेश्वर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स में भर्ती कराया गया है। एम्स भेजे जाने से पहले पार्थ चटर्जी ने कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में इलाज कराने की बात कही थी, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद चटर्जी को ईडी एम्स भुवनेश्वर लेकर गई।
पार्थ चटर्जी मामले में इंडिया टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने बताया है कि पार्थ के घर से जो डायरी मिली है वह इस घोटाले में कई अहम जानकारी का स्रोत बन सकती है। अर्पिता मुखर्जी को भी ईडी ने अपनी गिरफ्त में लिया है। पूछताछ के दौरान मुखर्जी ने शनिवार को बताया कि उनकी संपत्ति से बरामद हुए पैसों का इस्तेमाल रिश्वत देने के लिए किया जाता था। खबर में कहा गया है कि राज्य के शिक्षा विभाग में 'यह पैसे नीचे से ऊपर की ओर जाते थे।' ऐसे में अर्पिता के कथित बयान के आधार पर माना जा रहा है कि पार्थ चटर्जी की भी इस लेन-देन और घोटाले में अहम भूमिका है।
बता दें कि ईडी ने पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में दो मंत्रियों समेत करीब दर्जन भर लोगों के घरों पर एक साथ छापे मारे थे। कार्रवाई के दौरान लगभग 20 करोड़ रुपये जब्त किए गए। इसके अलावा सोने के आभूषणों को भी जब्त किया गया है।
दिलचस्प है कि प्रवर्तन निदेशालय जिस धन शोधन मामले यानी Money Laundering की जांच कर रहा है, इसका आधार सीबीआई की प्राथमिकी है। कोलकाता हाई कोर्ट ने ग्रुप सी और ग्रुप डी के कर्मचारियों के नियुक्ति सहित कक्षा 11 और प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति मामले में जांच का निर्देश दिया था। इसके बाद पैसों से जुड़े पहलू की पड़ताल ईडी कर रही है।
गौरतलब है कि पार्थ की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश भी की जा रही है। तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि ईडी की कार्रवाई भाजपा की शह पर हो रही है। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी- तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि केंद्र की भाजपा सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। टीएमसी ने पार्थ चटर्जी पर लगे आरोपों के संबंध में कहा है कि दोष साबित होने पर पार्थ पर कार्रवाई की जानी चाहिए। खुद ममता बनर्जी ने भी कहा है कि आजीवन प्रतिबंध जैसे गंभीर दंड दिए जाने चाहिए।