अर्पिता मुखर्जी की 31 LIC पॉलिसी में पार्थ चटर्जी नॉमिनी, 10 साल से है दोनों के बीच संबंध
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को सहयोगी अर्पिता मुखर्जी की 31 जीवन बीमा पॉलिसियों में नॉमिनी बनाया गया है।
नई दिल्ली, 04 अगस्त : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को सहयोगी अर्पिता मुखर्जी की 31 जीवन बीमा पॉलिसियों में नॉमिनी बनाया गया है। पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी दोनों ने 1 जनवरी 2012 को एपीए यूटिलिटी सर्विसेज के तहत पार्टनरशिप डीड की थी।
सोर्स का लगाया जा रहा पता
ईडी द्वारा की गई जांच में यह भी पता चला कि संपत्तियों को आरोपी व्यक्तियों की इस साझेदारी फर्म के नाम पर लाया गया था। जांच एजेंसी ने कहा कि आरोपियों द्वारा कुछ संपत्तियां नकद में भी खरीदी गई थीं। इन संपत्तियों को खरीदने के लिए इस्तेमाल किए गए धन के स्रोत का पता लगाया जा रहा है।
मिला ये अहम दस्तावेज
अर्पिता मुखर्जी के आवास पर की गई तलाशी के दौरान ईडी ने एडीएसआर बोलपुर के कार्यालय में पंजीकृत एक हस्तांतरण विलेख भी बरामद किया। एजेंसी द्वारा जब्त किए गए दस्तावेज़ में उल्लेख किया गया है कि दोनों के बीच संबंध 2012 से है और उनके वित्तीय और जमीनी हित कम से कम 2012 से परिवर्तित हो रहे हैं।
5 अगस्त तक ईडी की हिरासत में
कोलकाता की एक विशेष अदालत ने शिक्षा घोटाला मामले में पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को 5 अगस्त तक दो दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया। ईडी ने 22 जुलाई को अर्पिता मुखर्जी के घर पर छापा मारा था और 21.90 करोड़ रुपये नकद बरामद किए थे। जांच एजेंसी ने 56 लाख रुपये की विदेशी मुद्रा और 76 लाख रुपये का सोना भी बरामद किया है।
काफी मात्रा में नोट बरामद
कुछ दिनों बाद ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के दूसरे अपार्टमेंट से 28.90 करोड़ रुपये नकद, 5 किलो से अधिक सोना और कई दस्तावेज बरामद किए। बरामद राशि शिक्षक भर्ती घोटाले से अपराध की आय होने का संदेह है। अर्पिता मुखर्जी ने कहा था कि कोलकाता में उनके घरों से जो पैसा बरामद हुआ है, वह उनका नहीं है और यह उनकी गैरमौजूदगी में रखा गया था।
पैसों से मेरा कोई लेना देना नहीं
पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता पार्थ चटर्जी ने पत्रकारों से बात करते हुए अर्पिता मुखर्जी के घर से बरामद पैसों को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है। बंगाल के बर्खास्त मंत्री पार्थ चटर्जी ने रविवार को एक बार फिर कथित शिक्षक भर्ती घोटाले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। पार्थ चटर्जी ने कहा है कि छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को जो अर्पिता मुखर्जी के फ्लैटों से 52 करोड़ मिले हैं, उससे उनका कोई लेना-देना नहीं है।
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