मुंबई जैसा आतंकी हमला दोहराने की फिराक में था गिरफ्तार पाक जासूस
भारत की सीमाओं की अहम जानकारिटां जुटा रहा था पाक जासूस।
नई दिल्ली। जासूसी के आरोपों में गिरफ्तार किए गए पाक उच्चायोग के कर्मचारी का इरादा भारत की सुरक्षा से संबंधित जानकारियां ही इकट्ठा करना नहीं था बल्कि वो आतंकी हमले की फिराक में भी था।
एक दिन पहले जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किए गए महमूद अख्तर के बारे में गृह मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि अख्तर के इरादे खतरनाक थे। इनके अनुसार, अख्तर पश्चिम के समुंद्री तट और दूसरी भारत-पाक सामाओं के बारे में जानकारी जुटा रहा था।
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इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, जिस तरह की जानकारी अख्तर जुटा रहा ता उससे ये शक पुख्ता होता है कि वो उसकी इस जानकारी से आतंकी 2008 के मुंबई हमले जैसी वारदात को दोहरा सकते थे।
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50,000 रुपये देता था जानकारी के बदले
2008 में मुंबई में आतंक बरपाने वाले आतंकी भी समुंद्र के रास्ते से ही भारत आए थे। अख्तर को रमजान और सुभाष नाम के जो लोग जानकारी देने में गिरफ्तार हुए हैं, उन्हें एक जानकारी के बदले वो 50, 000 रुपये देता था।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, करीब एक साल से वो जासूसी में लगा था। उसने कुछ सीनियर पाकिस्तानियों के भी नाम लिए हैं, जिनको वो रिपोर्ट देता था। पाक उच्चायोग में काम करने वाले महमूद को 48 घंटे में भारत छोड़ने के आदेश दिए गए हैं। उसको मदद पहुंचाने वाले तीन लोग पुलिस की हिरासत में हैं।
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गौरतलब है कि पाकिस्तान उच्चायुक्त के स्टाफ में काम करने वाले महमूद अख्तर को रक्षा संबंधी अहम दस्तावेजों को चुराने के आरोप में दो दिन पहले गिरफ्तार किया गया है। 35 वर्षीय अख्तर को इंटेलीजेंस के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है।
अख्तर और जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वह संवदेनशील जानकारियां लीक कर रहे थे। जो दो भारतीय गिरफ्तार हुए हैं उनके पास से रक्षा तैनाती, बीएसएफ के नक्शे और वीजा से जुड़े डॉक्यूमेंट बरामद हुए हैं।
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