साल 2020 में डिजिटल बैंकिंग के संबंध में सामने आए 2.9 लाख साइबर सिक्योरिटी के मामले
नई दिल्ली। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से बदलाव हो रहा है। एक क्लिक में आप देश दुनिया से जुड़ सकते हैं। कोरोना काल में वर्क फ्राम होम हो या फिर आनलाइन पढ़ाई, आनलाइन बिलिंग या डिजिटल पेमेंट इनका चलन काफी बढ़ा है। लेकिन जैसे-जैसे सबकुछ हाईटेक होता जा रहा है वैसे-वैसे ही साइबर क्राइम भी बढ़ने लगा है। जो आंकड़ें सामने आए हैं उसके मुताबिक साल 2020 में करीब 2.9 लाख साइबर सुरक्षा संबंधी घटनाएं सामने आई हैं। इस बात की जानकारी सरकार ने खुद राज्सभा में दी।
गुरुवार को इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने एक प्रश्न के लखित जवाब में कहा कि भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (सीईआरटी-इन) द्वारा सूचित और पता की गई जानकारी के अनुसार, वर्ष 2018, वर्ष 2019 और वर्ष 2020 के दौरान डिजिटल बैंकिंग के संदर्भ में कुल क्रमश: 1,59,761, 2,46,514 और 2,90,445 साइबर सुरक्षा घटनाएं सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं में नेटवर्क स्कैनिंग और वेबसाइट हैकिंग शामिल थे। उन्होंने बताया कि साल 2018-19 के की तुलना में साल 2020 में डिजिटल ट्रांजेक्शन में 46 फसदी की बढ़ोत्तरी हुई है।
एक अलग प्रश्न के जवाब में, मंत्री ने कहा कि अवरुद्ध किये गये वेबसाइटों / वेबपेजों / खातों की संख्या वर्ष 2020 में 9,849 थी। यह संख्या वर्ष 2018 में 2,799 और वर्ष 2019 में 3,635 थी। उन्होंने कहा कि आयकर कानून की धारा 69 ए सरकार को किसी भी कंप्यूटर संसाधन में भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा, किसी देश के साथ मित्रवत संबंधों अथवा सार्वजनिक व्यवस्था के हित में उत्पन्न, प्रसारित, प्राप्त, संग्रहीत या होस्ट की गई किसी भी जानकारी को अवरुद्ध करने का अधिकार देती है।
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