पेगासस मुद्दे पर कल सामूहिक रूप से स्थगन प्रस्ताव लाएगा विपक्ष- कांग्रेस सांसद के सुरेश
कांग्रेस सांसद के सुरेश ने मीडिया से बातचीत मे कहा कि, 'विपक्षी दलों ने पेगासस मुद्दे पर कल सामूहिक रूप से स्थगन प्रस्ताव लाने का फैसला किया है।
नई दिल्ली, 27 जुलाई। पेगासस प्रोजेक्ट मामला मोदी सरकार के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है। विपक्षी दल इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने का कोई भी मौका नहीं चूक रहे हैं। इस समय संसद का मानसून सत्र जारी है। ऐसे में विपक्षी दलों ने पेगागस मामले पर स्थगन प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। कांग्रेस सांसद के सुरेश ने मीडिया से बातचीत मे कहा कि, 'विपक्षी दलों ने पेगासस मुद्दे पर कल सामूहिक रूप से स्थगन प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। हम कल सुबह 10 बजे लोकसभा और राज्यसभा के विपक्षी नेताओं की संयुक्त बैठक भी करेंगे।'
बता दें कि पेगासस और संसद में उठाए गए अन्य मुद्दों पर रणनीति तैयार करने के लिए लोकसभा और राज्यसभा के विपक्षी दलों के नेता कल संसद में बैठक करेंगे।
गौरतलब है कि पैगासस मामले पर राजनीति गरमाती जा रही है। पश्चिम बंगाल सरकार ने पेगासस मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय जांच कमेटी की घोषणा की है। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज, जस्टिस मदन लोकूर इस कमेटी की अध्यक्षता करेंगे। वहीं कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस ज्योतिर्मय भट्टाचार्य इस कमेटी के दूसरे सदस्य होंगे। बता दें कि पश्चिम बंगाल पेगासस मामले की जांच शुरू करने वाला पहला राज्य है।
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क्या
है
पेगासस
प्रोजेक्ट
केस
बता
दें
कि
इजराइली
कंपनी
एनएसओ
ग्रुप
के
पेगासस
स्पाइवेयर
से
दुनियाभर
के
10
देशों
में
करीब
50
हजार
नंबरों
की
कथित
जासूसी
की
गई।
लीक
हुए
डेटाबेस
में
300
भारतीय
फोन
नंबर
भी
शामिल
हैं।
विपक्ष
का
आरोप
है
कि
केंद्र
सरकार
ने
इन
भारतीय
नंबरों
की
जासूसी
कराई
है।
जांच
में
सामने
आया
है
कि
भारत
में
करीब
40
पत्रकारों
की
जासूसी
कराई
गई
है।
जिन
लोगों
की
जासूसी
कराई
गई
उनमें
कांग्रेस
नेता
राहुल
गांधी,
चुनावी
रणनीतिकार
प्रशांत
किशोर
आदि
कई
बड़े
नाम
शामिल
हैं।