'अग्निपथ' पर विपक्षी दलों में नाराजगी, रक्षा मंत्री को लिखा पत्र, रखी अपनी मांग
नई दिल्ली, 11 जुलाई। सेना भर्ती की नई योजना अग्निपथ को लेकर विरोध के बाद सदन में सरकार की प्रतिक्रिया पर विपक्ष ने नाराजगी व्यक्त की है। योजना को लेकर आशंका व्यक्त करने के बाद अब विपक्ष की ओर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा गया है।
विपक्षी दलों के नेताओं ने अग्निपथ योजना पर उठाई गई चिंता के प्रति सरकार की प्रतिक्रिया से नाखुश विपक्षी दलों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को एक ज्ञापन सौंपकर योजना को वापस लेने की मांग की है। विपक्षी सांसदों ने सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठक की। बैठक में सशस्त्र बलों की नई भर्ती योजना अग्निपथ भर्ती योजना को लेकर चिंता व्यक्त की।
दरअसल, रक्षा मंत्री सोमवार को संसद में रक्षा सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इसमें भाजपा के चार सांसदों सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के 12 सांसद मौजूद थे। जिसमें टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय और सौगत रॉय, राकांपा से सुप्रिया सुले, कांग्रेस से रजनी पाटिल, शक्ति सिंह गोहिल और मनीष तिवारी, राजद से एडी सिंह और भाजपा से रंजनबेन भट्ट और राम भाई मोखरिया के साथ सेना प्रमुख मनोज पांडे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और तीनों सेनाओं के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
बैठक में विपक्षी दलों ने अग्निपथ योजना को लेकर आपत्ति की। विपक्ष की ओर से कहा गया कि सेना एक रणनीतिक इकाई है और यह देश की सुरक्षा और सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। इसलिए यदि कोई व्यक्ति चार साल तक यूनिट में काम करता है और फिर चला जाता है तो क्या आश्वासन है कि वह देश की सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा।
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बैठक के बाद टीएमसी सांसद प्रोफेसर सौगत रॉय ने कहा कि सरकार हमारे किसी भी सवाल का जवाब देने में सक्षम नहीं थी। इसलिए विपक्ष के छह सदस्यों ने राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर उनसे देश भर में व्यापक विचार-विमर्श करने ओर अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की गई।