हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर विपक्ष की मांग, सेबी चीफ-RBI अधिकारियों को किया जाए समन
विपक्ष के सांसदों ने मांग की है कि गौतम अडानी मामले में सेबी चीफ और आरबीआई के शीर्ष अधिकारियों को स्टैंडिंग कमेटी के सामने पेश होने के लिए बुलाना चाहिए।
विपक्ष के नेताओं ने बुधवार को मांग की है कि स्टैंडिंग कमेटी फॉर फाइनेंस को सेबी चीफ को समन करना चाहिए। विपक्ष ने मांग की है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट मामले में जो बातें सामने आई हैं उसको लेकर सेबी चीफ और रिजर्व बैंक के शीर्ष अधिकारियों को तलब करना चाहिए। बता दें कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में उद्योगपति गौतम अडानी पर कई तरह के फर्जीवाड़े के आरोप लगाए गए थे, जिसपर विपक्ष लगातार सरकार को घेरने की कोशि कर रहा है। हालांकि अडानी की ओर से हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया गया है।
जिन सांसदों और पूर्व मंत्रियों ने सेबी चीफ और आरबीआई के शीर्ष अधिकारियों को समन भेजने की मांग की है उसमे लोकसभा सांसद और कांग्रेस नेता मनीष तिवारी, उनकी पार्टी के दूसरे सहयोगी गौरव गोगोई, प्रमोद तिवारी, पिनाकी मिश्रा, बीजेडी के सांसद अमर पटनायक, टीएमसी के सांसद सौगत राय शामिल हैं। इसके अलावा कमेटी के चेयरमैन जयंत सिन्हा, पूर्व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, सुशील मोदी, एसएस आहलुवालिया ने इस मांग का विरोध किया है। सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि सत्ताधारी दल के सांसदों का कहना है कि चूंकि यह मामला कोर्ट में है लिहाजा इसपर पैनल में चर्चा नहीं होनी चाहिए।
विपक्ष के सांसदों ने मांग की है कि सेबी और आरबीआई के अधिकारियों को समन करना जरूरी है क्योंकि यह देश के हित से जुड़ा मामला है, लिहाजा इस बात को सुनिश्चित करना जरूरी है कि ये संस्थाएं जरूरी कदम इस दिशा में उठा रहे हैं या नहीं। विपक्ष के सांसदों का तर्क है कि पैनल किसी भी जिम्मेदार अधिकारी को तलब कर सकता है, उन्हें फाइनेंस कमेटी तलब कर सकती है। पैनल के चेयरमैन ने सभी सांसदों से अपनी मांग लिखित में देने को कहा है। गौर करने वाली बात है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट सामने आने के बाद राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर गौतम अडानी को लेकर काफी तीखे हमले किए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि गौतम अडानी के लिए नियमों में बदलाव किया गया था।