अफ्रीकी देशों से आए 10 विदेशी बेंगलुरु में 'लापता', बंद आ रहे हैं फोन
बेंगलुरु, 03 नवंबर: कर्नाटक में कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। बेंगलुरु में ओमिक्रॉन वैरिएंट के देश के पहले दो मामलों का पता लगाने के बाद, कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग अब 10 दक्षिण अफ्रीकी नागरिकों के लापता होने के बाद चिंतित है। बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने शुक्रवार को कहा कि अफ्रीकी देशों से आए कम से कम 10 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का कुछ पता नहीं चल पा रहा है।
बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता ने कहा कि बेंगलुरु पहुंचने के बाद लापता हुए दस दक्षिण अफ्रीकी लोगों का पता लगाने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग टीमों और स्वास्थ्य विभाग की मदद से आधी रात तक उन्हें ट्रैक कर लिया जाएगा और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि यदि उन्होंने परीक्षण के लिए अपने नमूने दिए हैं तो उनके मोबाइल फोन स्विच ऑफ ना करें।
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बेंगलुरु महानगरपालिका के कमिश्नर गौरव गुप्ता ने बताया कि सभी विदेशी नागरिक दक्षिण अफ्रीकी देशों से आए हैं। इनके फोन भी बंद जा रहे हैं। ओमिक्रॉन आने के बाद दक्षिण अफ्रीका से बेंगलुरु में 57 यात्री आए हैं। प्रशासन इनमें से 10 का पता नहीं लगा पा रहे हैं। इनके फोन भी ऑफ हैं। इन यात्रियों ने एयरपोर्ट पर जो पता दर्ज किया था, उस पर भी ये नहीं मिले हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने चेतावनी जारी की और कहा कि अगर सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों ने सहयोग नहीं किया और उनके फोन बंद हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस और महानगरपालिका मिलकर इन संदिग्ध विदेशी नागरिकों का पता लगा रहे हैं। प्रशासन को डर है कि अगर ये विदेशी नागरिक ओमिक्रोन संक्रमित हुए तो सुपर स्प्रेडर का काम कर सकते हैं।
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वहीं दूसरी ओर आंध्र प्रदेश सरकार विदेश से लौटे 60 लोगों में से 30 लोगों को ढूंढ रही है। ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए सरकार को इन लोगों का आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना है। अफ्रीका से आए 9 लोगों को मिलाकर करीब 60 पैसेंजर पिछले 10 दिनों में विशाखापत्तनम पहुंचे हैं। इनमें से 30 अभी विशाखापत्तनम में रुके हुए हैं, जबकि बाकी 30 राज्य में अलग जगहों के लिए निकल गए हैं। इनमें से कुछ लोग फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं जिसके चलते अधिकारियों को इनके लापता होने का डर लग रहा है।