हनीट्रैप में फंसकर हुई थी एनआरआई बिजनेसमैन का हत्या, दो आरोपी गिरफ्तार
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश की पुलिस ने दावा किया है कि उसने फ्लोरिडा के एनआरआई बिजनेसमैन चिगुरुपति जयराम की मर्डर केस को सुलझा लिया है। पुलिस ने मामले में एक रियल एस्टेट एजेंट राकेश रेड्डी और उसके ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा है कि आरोपियों ने जयराम को हनीट्रैप किया था क्योंकि उसने रेड्डी से लिया हुआ उधार नहीं लौटाया था। ऐसे में गिरफ्तारी के बाद राकेश रेड्डी और उसके ड्राइवर को मीडिया को सामने पेश किया गया।
बता दें कि कोस्टल बैंक के निदेशक 55 साल के जयराम की लाश 31 जनवरी को नंदीगामा के पास नेश्नल हाइवे पर उनकी कार की बैकसीट पर मिली थी। जयराम के रिश्तेदारों समेत कई लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस ने आखिरकार मामले को सुलझा लिया है। कृष्णा जिले के एसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने बताया कि जयराम द्वारा 4 करोड़ का लोन न चुका पाने के चलते रेड्डी ने उनकी हत्या कर दी। बता दें कि जयराम तेलगू चैनल एक्सप्रेस टीवी के मैनेजिंग डायरेक्टर भी थे और कुछ ही दिन पहले अमेरिका से भारत आए थे। लेकिन इस दौरान जब रेड्डी ने जयराम से अपने पैसे मांगे तो जयराम ने रेड्डी का नंबर ब्लॉक कर दिया।
इसके बाद रेड्डी ने एक अलग नंबर से जयराम को व्हाट्सएप मैसेज किया। नंबर पर महिला की फोटो देखकर जयराम ने चैट करना शुरू कर दिया। उसने जयरान को जुबली हाउस के एक घर में अकेले आने को कहा। जब जयराम वहां पहुंचे तो रेड्डी और उसके ड्राइवर ने उनपर हमला कर दिया और उसे ट्राचर्र किया। रेड्डी ने जयराम से ब्याज के साथ 6 करोड़ रुपये मांगे लेकिन जयराम के पास केवल 6 लाख ही थे तो गुस्से में रेड्डी ने उसे घर में रखे सोफे की ओर फेंका। जयराम को सिर में गंभीर चोट आई और मौके पर उसकी मौत हो गई। रेड्डी ने जयराम के शव को उसकी कार में डालकर कार के कृष्णा जिले के पास एक मैदान में छोड़ दिया। इसे एक्सीडेंट दिखाने की कोशिश की गई।
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