बाहर हुई जग हंसाई, अब घर में भी हो रही पाक पीएम की धुलाई
बेंगलुरु। दुनिया भर में जम्मू कश्मीर पर शोर मचा रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की बोलती वहां के युवाओं ने बंद कर दी है। हर दिन इमरान सरकार की नाकामी की पोल देश के युवा खोलने में लगे हुए हैं। आलम ये है कि जम्मू कश्मीर को मुद्दे को उठाकर इमरान प्रधानमंत्री के रूप में अपनी असफलताओं को जनता से छिपाने का प्रयास कर रहे थे उसमें पूरी तरह असफल हो चुके हैं। अब उनके ही लोग बुरा-भला कहने से पीछे नहीं हट रहे हैं।
कश्मीर मामले में दुनिया भर में हंसी का पात्र बनें पाकिस्तान के राजनेता ही नहीं बल्कि आम आदमी भी उनसे खासा नाराज हैं। पाकिस्तान में जहां पाकिस्तान के बड़े नेता वहां बदहाली और असफलता पर आंख बंद कर चुप बैठे हैं वहीं पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान के युवा नेताओं ने इमरान की पोल दुनिया के सामने खोल कर नाक में दम मचा दी है। यह दोनों युवा नेता आसीफा और बिलावल भुट्टो हैं। यह दोनों भाई बहन पाक की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय बेनजीर भुट्टो और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की संतान हैं।
पिछले दिनों बिलावल भुट्टो ने इस्लामाबाद में पीपीपी पार्टी की एक अहम बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए बिलावल ने प्रधानमंत्री इमरान खान और फौज पर तंज कसते हुए कहा था कि इमरान खान इलेक्टेड (जनता द्वारा चुना हुआ) नहीं सिलेक्टेड (फौज द्वारा चुना हुआ) पीएम हैं। मुल्क की जनता अब सिलेक्टेड और सिलेक्टर्स से जवाब मांग रही है। बिलावल भुट्टो ने कहा था कि अब ये बात बिल्कुल साफ हो गई है कि वर्तमान सरकार जितनी नाकाम साबित हुई है, पहले की कोई भी सरकार इस कदर नाकाम नहीं हुई। आपने लोकतंत्र के साथ जो खिलवाड़ किया है, उसे हमने बर्दाश्त कर लिया। आपने देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद कर दी, हमने उसे भी बर्दाश्त कर लिया।
अब असीफा जो कुछ दिनों पहले भी अपने पिता पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी जो पाकिस्तान जेल में बंद है उनसे मिलने गयी तब भी मीडिया में सुर्खियों में थीं। लेकिन हाल ही में आसीफ ने मीडिया को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने पाकिस्तान की खराब होती हालत के लिए इमरान खान को कटघरे में खड़ा कर फिर सुर्खियों में आ गई हैं। उन्होंने ऐसा सच बयां किया जिसने इमरान सरकार की पूरी खोल दी है ।
इमरान कहते थे किसी देश के आगे भीख मांगनी पड़ी तो वह आत्महत्या कर लेंगे
इमरान के चुनावी वायदों में बेघरों को पचास लाख घर उपलब्ध कराना था, लेकिन वह किसी को भी घर नहीं दे सके। इसके उलट उन्होंने लाखों लोगों के घरों को उजाड़ने का काम किया है। आसिफ ने इमरान खान पर तंज भी कसा। उन्होंने कहा कि इमरान खान पीएम बनने से पहले चिल्ला-चिल्ला कर कहते थे कि यदि उन्हें किसी देश के आगे भीख मांगनी पड़ी तो वह आत्महत्या कर लेंगे। लेकिन पीएम बनने के बाद देश की खराब होती अर्थव्यवस्था के लिए वह कई देशों में गए और वहां से अपने लिए भीख मांगने में जरा नहीं हिचकिचाए। ऐसा कर उन्होंने पूरी दुनिया में पाकिस्तान का मजाक बनाकर रख दिया।
हर मोर्चे पर विफल रहे इमरान
उनका कहना है कि इमरान खान और पूर्व तानाशाह जनरल परवेज मुशर्रफ की सरकार में कोई फर्क नहीं है। दोनों ही सरकारों के कार्यकाल में देश का बुरा ही हुआ है। इन दोनों के ही राज में लोगों की जबरदस्त महंगाई से कमर टूटी है। आसिफा का कहना है कि इमरान खान के हाथ में इस एक साल में सफलता से ज्यादा निराशा हाथ लगी है। वह हर मोर्चे पर विफल रहे हैं। इतना ही नहीं उनके इस एक साल के दौरान लोगों के खुलकर विचार व्यक्त करने पर भी पाबंदी लगा दी गई। ऐसा कर इमरान खान ने बोलने की आजादी के हक को भी लोगों से छीन लिया है।
बेरोजगार घूम रहे लोग
आसिफा के मुताबिक पीएम बनने से पहले इमरान खान ने कई चुनावी वायदे किए थे, जिन्हें वह पूरा करने में पूरी तरफ से विफल रहे। उन्होंने देश की जनता से वादा किया था कि सरकार बनने के बाद वह दस लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाएंगे। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। दस लाख तो दूर किसी एक इंसान को भी वह रोजगार नहीं दिला सके। इतना ही नहीं उनके इस पहले एक साल के दौरान देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है।
पाकिस्तान में जीना ही नहीं मरना भी महंगा हो गया
महंगाई पर बात करते हुए आसिफा ने कहा कि यदि आम आदमी से बात की जाए तो वह बताएगा कि महंगाई पिछले एक दशक में सबसे ऊंचे स्तर पर आ गई है। बिजली की कीमतें आसमान छू रही हैं। ब्रेड की कीमतों में भी जबरदस्त इजाफा हुआ है। इतना ही नहीं गैस की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। इसका असर हर वर्ग के लोगों पर पड़ा है। आलम ये है कि आज पाकिस्तान में जीना ही नहीं मरना भी महंगा हो गया है। वहीं इमरान खान हैं जो लगातार अपने ही बयानों पर यू-टर्न लिए जा रहे हैं। आसिफा का कहना है कि पाकिस्तान पहले इतना कमजोर मुल्क कभी नहीं था जितना इमरान खान की सरकार के आने के बाद हो गया है। वहीं, यदि इमरान खान और जरदारी की सरकार में तुलना की जाए तो पता चल जाएगा कि जरदारी सरकार में पाकिस्तान की कितनी बेहतर स्थिति थी।
इमरान ने पाकिस्तान को किया बर्बाद
पीपीपी की सरकार के दौरान पूरी दुनिया में मंदी का दौर था और उस दौरान पाकिस्तान को दो बार प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ा था। पीपीपी सरकार ने साठ लाख लोगों को रोजगार दिलाया। देश के बाहर रह रहे पाकिस्तान के लोगों ने भी दिल खोल कर सरकार की मुश्किल हालातों में मदद की। लेकिन, आज कोई हमारी तरफ देखता तक नहीं है। इमरान खान की सरकार के दौरान हमारा सबसे करीबी दोस्त चीन भी हमसे अलग खड़ा है, जबकि, पीपीपी सरकार ने चीन की सरकार से बेहतर संबंध स्थापित किए थे। सीपैक दोनों देशों की दोस्ती का ही नतीजा है। इसकी वजह से पाकिस्तान में लाखों को रोजगार मिला और क्षेत्र का विकास भी हुआ। इमरान खान की सरकार ने उन चीजों को भी तबाह कर दिया जो पूर्व की सरकार से उन्हें मिली थीं। राजनीति में एंट्री के सवाल पर आसिफा ने कहा कि उनके परिवार ने देश के लिए बहुत कुर्बानी दी है। हालांकि इस सवाल के जवाब में उन्होंने सीधेतौर पर यह नहीं बताया कि वह राजनीति में आएंगी या नहीं। कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पूरी दुनिया में समर्थन के लिए घूमते रहे लेकिन एक भी देश पाकिस्तान के पक्ष में खड़ा नजर नहीं आया। वहीं कश्मीर को लेकर पाकिस्तान में नेता से लेकर आमजन तक इमरान की आलोचना कर रहे हैं। अब आलोचना करने वालों में एक नया नाम जुड़ गया है।
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