गांधी परिवार के सिवा कोई दूसरा कांग्रेस की खोई जमीन नहीं बचा सकता- अधीर रंजन चौधरी
नई दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस के नेता और पार्टी के पश्चिम बंगाल से सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पार्टी अध्यक्ष को लेकर हो रही चर्चा के बीच बड़ा बयान दिया है। अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि गांधी परिवार के अलावा कोई दूसरा कांग्रेस प्रमुख पार्टी की खोई हुई जमीन वापस नहीं ला सकता। ये बातें उन्होंने तब कही हैं जब एक दिन पहले ही पार्टी के 23 बड़े नेताओं ने पार्टी में बड़े बदलाव की मांग करते हुए आत्मनिरीक्षण की बात कही है।
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बाहरी जब आए कांग्रेस कमजोर हुई- चौधरी
इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कांग्रेस सांसद अधीर चौधरी ने कांग्रेस नेताओं द्वारा लिखे गए पत्र को लेकर जवाब दिया। चौधरी ने कहा कि असलियत यही है कि 'जब भी कांग्रेस में गांधी परिवार से बाहर का कोई अध्यक्ष बना है पार्टी कमजोर ही हुई है। पीवी नरसिम्हाराव और सीताराम केसरी इसके उदाहरण हैं। राव के बाद से जब तक सोनिया गांधी ने पार्टी की कमान नहीं संभाल ली, तब तक पार्टी अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने में नाकाम रही। हम इस वास्तविकता से इनकार नहीं कर सकते। इसे समझने की जरूरत है।'
सोनिया जी में ही है क्षमता- चौधरी
पार्टी के 23 वरिष्ठ नेताओं द्वारा पत्र लिखे जाने को लेकर चौधरी ने कहा कि वह इन नेताओं के विचारों से सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा 'ये सामूहिक विफलता है। अब हमारे कुछ नेता सारी जिम्मेदारी गांधी परिवार और राहुल गांधी पर डालने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा करके वे बीजेपी के बनाए तर्क को ही मजबूत कर रहे हैं। वे भाजपा को और मदद दे रहे हैं। सोनिया जी में वह क्षमता है कि वह भाजपा के खिलाफ एक राष्ट्रीय स्तर का गठबंधन बनाने में भूमिका निभा सकती हैं।'
CWC में रखनी चाहिए थी बात- चौधरी
जब चौधरी से इन नेताओं ने जो चिंताएं उठाईं हैं उसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 'मैं इस स्थिति में नहीं हूं कि उनकी चिंताएं दूर कर सकूं। वे सभी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, पार्टी के लिए काम किया है। ये सभी अपने विचार रखने का हक हक रखते हैं। ये सभी सोनिया जी और राहुल जी के करीबी रहे हैं। मेरे जैसे नेता की तुलना में सोनिया और राहुल तक उनकी अधिक पहुंच थी। उन्हें इस तरह पत्र लिखने की जरूरत क्यों महसूस हुई ? उन्हें सोमवार को कांग्रेस कार्य समित में अपनी बात रखने का मौका मिलेगा। इस पर चर्चा वहां चर्चा की जा सकती थी। वे सोनिया जी और राहुल जी के समक्ष इन मुद्दों को आसानी से उठा सकते थे। इस तरह का पत्र लिखने से पार्टी को बहुत मदद नहीं मिलेगी। ये बस भाजपा को मदद करेगा।'
23 नेताओं ने की थी कांग्रेस में बदलाव की मांग
कांग्रेस की सोमवार को होने वाली सीडब्ल्यूसी की बैठक के पहले इंडियन एक्सप्रेस ने पार्टी के 23 वरिष्ठ नेताओं की चिठ्ठी के बारे में खबर प्रकाशित की थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि इस चिठ्ठी में पार्टी में शीर्ष से लेकर नीचे तक बदलाव की बात कही गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक पत्र लिखने वालों में पांच पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य, मौजूदा सांसद और पूर्व मंत्री शामिल हैं। इन नेताओं ने पत्र में भाजपा के उदय की बात स्वीकारी थी और लिखा था कि युवाओं ने भाजपा को वोट दिया है। नेताओं ने कांग्रेस के लिए पूर्ण-कालिक और प्रभावी नेतृत्व की माँग की है जो ना सिर्फ़ लोगों को दिखाई दे, बल्कि ज़मीनी स्तर पर सक्रिय हो। ये पत्र सोनिया गांधी को कुछ दिन पहले लिखा गया था।