सशस्त्र बलों की नौकरियों में जाति पर आधारित आरक्षण नहीं होगा
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) देश के सशस्त्र बलों जैसे सीमा सुरक्षा बल, सीआरपीएफ, असम राइफल्स वगैरह में भर्ती के लिए अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति तथाअन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण लागू नहीं किया जाएगा।
सरकार के पास इस तरह का कोई प्रस्ताव भी विचाराधीन नहीं है। इस लिए इस मसले पर बहस की कोई गुंजाइश ही नहीं है। एक सरकारी सूत्र ने बताया कि सशस्त्र बलों में भर्ती किसी वर्ग, जाति, समुदाय, क्षेत्र अथवा धर्म का ध्यान किए बिना योग्यता के आधार पर होती है। इनमें सभी नागरिकों को रोजगार पाने का बराबर का अवसर होता है।
रक्षा मंत्री ने दी जानकारी
रक्षा मंत्री श्री मनोहर पर्रिकर ने तापस पाल के प्रश्न के लिखित उत्तर में लोकसभा में यह जानकरी दी।
प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण
पर्रिकर के उत्तर से उन तमाम लोगों को जरूर कष्ट हुआ होगा जो देश की प्राइवेट सेक्टर की नौकरियों में भी अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति तथाअन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण की मांग कर रहे थे।
पासवान की मांग
केन्द्रीय मंत्री राम विलास पासवाल इस लिहाज से एक दौर में बहुत मुखर थे। वे लगातार मांग करते थे कि अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति तथाअन्य पिछड़ा वर्ग को प्राइवेट सेक्टर की नौकरियों में रोजगार मिले।
सिरे से खारिज
हालांकि उनकी मांग को देश के उद्योग जगत ने हमेशा सिरे से खारिज किया। फिक्की, सीआईआई और एसोचैम बार-बार कहते रहे कि वे अपने यहां मेरिट को ही प्राथमिकता देते रहेंगे। उनके लिए जाति का का कोई मतलब नहीं है।