जेडीयू बिहार में इन 17 सीटों पर लड़ सकती है लोकसभा चुनाव, नीतीश की अति पिछड़ा और सवर्ण वोटरों पर नजर
नई
दिल्ली:
जनता
दल
यूनाइटेड(जेडीयू)
ने
बिहार
में
लोकसभा
चुनाव
की
तैयारियां
तेजी
से
शुरू
कर
दी
है।
गौरतलब
है
कि
एनडीए
में
हुए
समझौते
के
बाद
वो
राज्य
की
कुल
40
लोकसभा
सीट
में
से
जिन
17
सीटों
पर
चुनाव
लड़ेगी,
जेडीयू
ने
उन
सीटों
की
पहचान
कर
ली
है।
बिहार
में
एनडीए
की
पार्टियों
के
बीच
हुए
समझौते
के
तहत
भारतीय
जनता
पार्टी(भाजपा)
और
जेडीयू
17-17
सीटों
पर
चुनाव
लड़ेंगी।
वहीं
इस
गठबंधन
में
शामिल
राम
विलास
पासवान
की
पार्टी
लोक
जन
शक्ति
पार्टी(एलजीपी)
6
सीटों
पर
चुनाव
लडे़गी।
जेडीयू की इन सीटों पर नजर
सूत्रों
के
अनुसार
जेडीयू
ने
कहा
कि
पार्टी
नेतृत्व
की
जिन
17
लोकसभा
सीटों
पर
नजर
है,
वो
वाल्मिकी
नगर,
महाराजगंज
या
सीवान,
सीतीमढ़ी,
दरभंगा,
झंझारपुर
,सुपौल,
किशनगंज,मधेपुरा,बांका,नालंदा,
जहानाबाद,
औरगांबाद,
काराकाट,
सासाराम,
गोपालगंज,
मुंगेर,
पाटलिपुत्र
या
पटना
साहिब
और
पूर्णियां
हैं।
इन
लोकसभा
सीटों
का
चुनाव
साफ
दर्शाता
है
कि
जेडीयू
की
पसंद
वो
सीटों
है
जहां
अति
पिछड़ा
वर्ग
और
सवर्ण
वोटरों
का
बढ़िया
तालमेल
है।
'बिहार के हर क्षेत्र में लड़ना चाहती है जेडीयू'
हालांकि इन सीटों पर चुनाव लड़ने का अंतिम फैसला अभी जेडीयू नेतृत्व ने नहीं लिया है। जेडीयू सूत्र ने इकोनोमिक्स टाइम्स को बताया कि पार्टी ने एनडीए गठबंधन के अंतर्गत सीटों के बंटवारे के तहत अपनी सीटें पहचानने का काम लगभग पूरा कर लिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी बिहार के सभी क्षेत्रो में लोकसभा चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहती है।
जेडीयू की चिन्हित कई सीटों पर भाजपा ने लड़ा था चुनाव
जेडीयू द्वारा चिन्हित की गई 17 सीटों में से कई ऐसी सीटें हैं, जिन पर भाजपा ने 2014 में चुनाव लड़ा था और जीती थीं। इनमें वाल्मिकी नगर, महाराजगंज या सिवान दरभंगा, झंझारपुर, सासाराम या गोपालगंज और पाटलिपुत्र या पटना साहिब हैं। दरभंगा सीट से इस समय सांसद भाजपा के बागी नेता कीर्ति आजाद हैं।सासाराम और गोपलगंज आरक्षित सीटें हैं। जेडीयू के सूत्र ने कहा कि क्योंकि जेडीयू अनुसूचित सीट से भी चुनाव लड़ना चाहती है। इसलिए वो सासाराम या गोपालगंज में से एक सीट चाहती है।
भाजपा के लिए ये दो सीटें हैं महत्वपूर्ण
पटना जोन में सबसे ज्यादा कठिनाई है क्योंकि इस क्षेत्र के अंतर्गत पटना साहिब और पाटलिपुत्र सीट है। पटना साहिब सीट से भाजपा के बागी शत्रुघ्न सिन्हा सांसद हैं जबकि पाटलीपुत्र लोकसभा सीट रामकृपाल यादव ने जीती थी। ये दोनों सीटें भाजपा के लिए राजनीतिक तौर पर बहुत महत्व रखती है। बीजेपी सूत्रों ने ये जानकारी दी। कांग्रेस के भूतपूर्व नेका राम जतन सिन्हा ने हाल ही में जेडीयू का दामन थाना है। तीन बार के विधायक सिन्हा जहानाबाद से जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं। साल 2014 में जहानाबाद सीट राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के अरूण कुमार ने जीता था। सिन्हा जहानाबाद के चर्चिच चेहरे हैं और वो अपने भूमिहार समुदाय में उन्हें काफी समर्थन मिलता है। राजीव रंजन उर्फ लल्लन सिंह मुंगेर लोकसभा सीट से जेडीयू के उम्मीदवार हो सकते हैं। साल 2014 में एलजीपी की वीणा देवी ने ये चुनाव जीता था।