पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के किसानों तक पानी पहुंचाने के लिए मोदी सरकार ने बनाई ये खास योजना
नई दिल्लीः मोदी सरकार ने पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में जल संकट को दूर करने के लिए नई योजना बनाई है। अब केंद्र सरकार तीन राज्यों में पानी की समस्या को दूर करने के लिए पाकिस्तान की ओर बहने वाली नदियों के पानी का इस्तेमाल करेगी। ऐसा करने से इन तीन राज्यों में पानी की समस्या दूर हो जाएगी और किसानों को बड़ा फायदा होगा।
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने इस मामले पर कहा कि केंद्र सरकार ने नई योजना शुरू की है जहां पानी नहर के बजाए पाइप प्रणाली का इस्तेमाल कर किसानों तक पहुंचाया जाएगा इसमें 6000 करोड़ रुपये तक का भूमि अधिग्रहण का खर्चा बचेगा।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) में बोलते हुए केंद्रिय मंत्री ने कहा कि 'तब इस पानी का इस्तेमाल तमिलनाडु में आखिरी छोर तक ले जाया जा सकेगा। यह काम 1,300 किलोमीटर पाइप लाइन के जरिये होगा। जब यह परियोजना पूरी हो जाएगी तब तमिलनाडु को 450 टीएमसी पानी मिलेगा।'
पानी की इस योजना के बारे में बोलते हुए उनका कहना था कि सरकार आंध्र प्रदेश के पोलावरम में 60,000 करोड़ रुपये की लागत से बांध बनवा रही है। इससे इरावती नदी के बहाव को रोकने के लिए कदम उठाया जा रहा है। यह गोदावरी की उप-नदी है, जो घने जंगलों से होकर गुजरती है।
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी का कहना था कि कर्नाटक के करवार पत्तन को भी विकसित करना चाहते हैं। अगर इस पर सरकार से समझौता होता है तो इस परियोजना पर करीब तीन हजार करोड़ रुपये का खर्च होगा।
यह भी पढ़ें- देश के इस राज्य में मौत के दो साल बाद हुआ शिक्षक का ट्रांसफर और प्रमोशन