GDP डाटा पर चिदंबरम की बहस की चुनौती को नीति आयोग ने स्वीकारा
नई दिल्ली। नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने गुरुवार को पी चिदंबरम की चुनौती को स्वीकार कर लिया है, जिसमें उन्होंने इकनॉमिक ग्रोथ के लिए जीडीपी डाटा को बदलने की बात कही है। पी चिदंबरम ने कहा था कि वर्तमान की एनडीए सरकार ने देश की आर्थिक स्थिति को बेहतर बताने के लिए पिछली यूपीए सरकार के जीडीपी डाटा को बदल दिया। बता दें कि नीति आयोग के वाइस चेयरमैन और एमओएसपीआई सेक्रेटरी प्रवीण श्रीवास्तव ने बुधवार को जीडीपी का संशोधित आंकड़ा जारी किया था जिसमें आंकड़ों को 2004- 05 के आधार वर्ष के बजाय 2011- 12 के आधार वर्ष के हिसाब से संशोधित किया गया है।
राजीव कुमार ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'माननीय पी चिदंबरम जी आपकी चुनौती स्वीकार करता हूं। चर्चा करते हैं और बैक सीरीज डाटा का अवलोकन करते हैं। मैंने कल तीन घंटे का जो पूरा विस्तृत इंटरव्यू दिया और आपको लगता है कि मैंने मीडिया को सवाल नहीं पूछने के लिए कहा था। नए डेटा से जो आपको परेशानी हुई हैं, उसके लिए कुछ वाजिब कारण दीजिए।
इससे पहले पी चिदंबरम ने ट्वीट कर राजीव कुमार को चुनौती जीडीपी के नए डाटा पर बहस करने की चुनौती दी थी। चिदंबरम ने कहा था, 'मुझे लगता है कि नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार पत्रकारों के सवाल को बेतुका करार देने की बजाए इस मसले पर विमर्श के लिए तैयार होंगे।'
बता दें कि नीति आयोग ने जीडीपी के आंकड़े जारी किए थे, जिसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट करते हुए लिखा था कि नीति आयोग के संशोधित GDP आंकड़े एक मजाक हैं। उन्होंने कहा कि यह एक बुरा मजाक हैं, यहां तक असल में वे एक बुरे मजाक से भी बदतर हैं। चिदंबरम के अनुसार, इन आंकड़ों का उद्देश्य मान सम्मान को धक्का पहुंचाना है।
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