बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने में जुटी NDRF का काम भी देखिये
देश के विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल द्वारा राहत और बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है। अरूणाचल प्रदेश, असम, बिहार, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, जम्मू एवं कश्मीर, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के बचाव दल तैनात कर दिये गए हैं ताकि संबंधित राज्य प्रशासन को राहत और बचाव के काम में सहयोग किया जा सके। मोचन बल की टीमें नौकाओं, गोताखोरों, जीवन रक्षकों, लाइफ जैकेटों और अन्य बचाव उपकरणों से लैस हैं।
बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए असम में 13 बचाव दलों को तैनात किया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीमों ने जोरहट से 203, कोकराझार से 37, चरांग से 80, कामरूप देहात से 73 और जोरहट जिले से 104 लोगों को निकाला। बचाव कार्य के अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीमों ने जोरहट जिले के माजुली तहसील के मेरागढ़ और मिस्सामोरा गांव में मोबाइल अस्पताल भी स्थापित किया है। चिकित्सा दलों ने 163 लोगों की जांच की और उन्हें दवाइयां दी गईं।
बारिश के मौसम के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने बिहार में 9 बचाव दलों को तैनात किया है। इन दलों ने सुपौल से 43, भेटिया से 34, पूर्णिया से 250 और गोपालगंज से 70 लोगों को निकाला है।
बाढ़ में फंसे लोगों को बचाते लोग
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने पेरू संभाग, जिला मुजफ्फरपुर और सुपौल में चिकित्सा शिविर स्थापित किए हैं। सुपौल में 63 और मुजफ्फरपुर में 45 लोगों को दवाइयां वितरित की गईं। बाढ़ की स्थिति की नजदीकी निगरानी करने और अन्य एजेंसियों से लगातार संपर्क बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने नई दिल्ली में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, जो 24 घंटे काम कर रहा है।