दो अधिकारियों के सुनवाई में नहीं पहुंचने पर भारती सिंह सहित इन्हें मिली थी बेल, अब NCB ने किया सस्पेंड
मुंबई। नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने अपने दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। मुंबई जोनल यूनिट के इन अधिकारियों की कथित तौर पर ड्रग्स केस में शामिल आरोपियों को जमानत दिलाने में संदिग्ध भूमिका रही है। ये दोनों अधिकारी उन मामलों के जांच अधिकारी हैं, जो कॉमेडियन भारती सिंह, उनके पति हर्ष लिंबाचिया और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की मैनेजर करिश्मा प्रकाश के खिलाफ दर्ज हैं। इन दो अधिकारियों के अलावा एनसीबी का अभियोजक भी जांच के दायरे में है।
Recommended Video
सूत्रों के अनुसार, ये अधिकारी जमानत के दो मामलों की सुनवाई में नहीं आए थे, जिसके बाद आरोपियों को जमानत मिल गई। आपको बता दें एनसीबी ने एक ड्रग पैडलर की गिरफ्तारी के बाद करिश्मा प्रकाश के आवास पर 27 अक्टूबर को छापा मारा था। जिस समय छापा मारा गया उस समय करिश्मा अपने घर पर नहीं थीं। ये तलाशी करिश्मा प्रकाश के पड़ोसियों की मौजूदगी में हुई थी, जिसमें 1.7 ग्राम नशीला पदार्थ बरामद किया गया। जिसके बाद करिश्मा प्रकाश के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें समन भेजा गया। कई बार समन भेजे जाने के बाद वह नहीं आईं और अंतरिम जमानत की मांग करते हुए कोर्ट पहुंच गईं।
कोर्ट ने उन्हें अंतरिम राहत दी लेकिन जांच में सहयोग करने के लिए भी कहा। जिसके बाद वह एनसीबी के समक्ष पूछताछ के लिए प्रस्तुत हुईं। हालांकि कोर्ट से एजेंसी ने कहा कि वह कस्टडी में करिश्मा से पूछताछ करना चाहते हैं क्योंकि वह जांच में सहयोग नहीं दे रही हैं। सूत्रों के अनुसार, करिश्मा की अंतरिम जमानत की एप्लीकेशन पर बीते हफ्ते हुई आखिरी सुनवाई वाले दिन जांच अधिकारी और अभियोक्ता कोर्ट में नहीं आए, जिसके बाद कोर्ट को अंतरिम जमानत देनी पड़ी। करिश्मा तभी से एनसीबी की जांच के दायरे में हैं, जब उनकी अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के साथ चैट एनसीबी के हाथ लगी थीं। जिसके बाद दोनों को ही समन भेजा गया और इनके बयान दर्ज किए गए।
एक अन्य मामले में एक ड्रग पैडलर के खुलासे के बाद कॉमेडियन भारती सिंह और उनके पति हर्ष लिंबाचिया के घर पर छापा मारा गया था, जहां 86.5 ग्राम गांजा बरामद किया गया। एनसीबी के अधिकारियों ने भारती और हर्ष से पूछताछ की, जिसमें उन्होंने ड्रग्स लेने की बात कबूल कर ली। दोनों को गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। जिसके बाद इन दोनों ने कोर्ट में जमानत अर्जी दाखिल की। इस मामले में भी जांच अधिकारी और अभियोक्ता सुनवाई में नहीं पहुंचे, जिसके बाद भारती और हर्ष दोनों को जमानत मिल गई। दोनों मामलों में एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने इन जांच अधिकारियों की भूमिका को संदिग्ध पाया, जिससे आरोपियों को जमानत मिलने में मदद मिली। हालांकि भारती सिंह और हर्ष लिंबाचिया की जमानत को चुनौती देते हुए एनसीबी ने एनडीपीएस कोर्ट का रुख किया है।
आलिया
भट्ट
ने
अपने
बॉयफ्रेंड
रणबीर
कपूर
की
बिल्डिंग
में
खरीदा
इतने
करोड़
का
फ्लैट,
जानें
उसकी
कीमत