नेताओं की चापलूसी पर मोदी का अटैक, कहा पैर न छूएं सांसद, करें अच्छा काम
मोदी ने चरण वदंना करने के बजाए उन्हें अच्छा काम करने की सलाह दी। उन्होंने नेताओं को खूब मेहनत करने की सलाह देते हुए कहा कि पार्टी के हालिया प्रदर्शन पर आत्ममुग्ध होने से भी बचें। मोदी जब सांसदों को संबोधित कर रहे थे तो पार्टी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह और वित्त मंत्री अरुण जेटली भी उनके साथ मंच पर मौजूद थे।
मोदी ने अपने सांसदों को जमीनी स्तर पर काम करने और उनसे जुड़ने को कहा और कहा कि पार्टी के प्रदर्शन पर किसी आत्मसंतोष का ग्रहण नहीं करें। अपने संदेश में मोदी ने कहा कि भाजपा अब विपक्ष में नहीं है। ऐेसे में जमीनी स्तर पर सरकार का संदेश ले जाने और उसके कार्यक्रमों को सामने रखने की अहम जिम्मेदारी भाजपा सांसदों की हैं।
संसद के केंद्रीय कक्ष में 20 मिनट के अपने भाषण में मोदी ने कहा कि सांसदों को जनता से जुड़ना चाहिए ताकि वो उनकी समस्याओं को बेहतर ढ़ंग से समझ सके और उसका उचित निदान कर सकें। मोदी ने सांसदों को ये भी सलाह दी कि वे सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने में मदद करें और संसद की गरिमा को कायम रखते हुए सभी सत्रों में पूरी तरह से उपस्थित रहें।
मोदी ने सांसदों को अहम सलाह देते हुए कहा कि वे पार्टी के प्रवक्ता के रूप में मीडिया से बात ना करें बल्कि मीडिया के सामने अपने संसदीय क्षेत्र के मुद्दे उठाएं। उन्होंने अपने सांसदों को सदन में आने से पहले अपना होमवर्क ठीक से करने की सलाह दी।