'खूनी पंजा' पर सफाई के लिए नरेन्द्र मोदी को चार दिनों की मोहलत
भाजपा ने इससे पहले एक सप्ताह का समय मांगा था। पार्टी ने 13 नवंबर को आयोग द्वारा जारी नोटिस का जवाब देने के लिए समय की मांग करते हुए कहा था कि चुनाव प्रचार के सिलसिले में छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में व्यस्त रहने के कारण मोदी से परामर्श करने में कठिनाई हो रही है।
आयोग ने मोदी को 16 नवंबर को शाम 5 बजे तक जवाब देने के लिए कहा था और यह पूछा था कि आखिर उनके खिलाफ आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का मामला क्यों न शुरू किया जाए। मालूम हो कि नरेन्द्र मोदी ने अपनी चुनावी रैली में लोगों से सवाल पूछा था कि क्या आप लोगों को फिर से खूनी पंजा चाहिए। जीवन को तहस नहस करने वाले हाथ में छत्तीसगढ़ को देना चाहते हैं।
उन्होंने लोगों से अनुरोध किया था कि, भाइयों गलती से भी किसी जालिम पंजे के हाथ में ये छत्तीसगढ़ मत जाने देना। मोदी के इस बयान को आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए कांग्रेस ने चुनाव आयोग को शिकायत की गई थी। आयोग ने मोदी के इस बयान को प्रथम दृष्टया आचार संहिता के उल्लंघन का मामला मानते हुए उन्हें जवाब देने के लिए नोटिस भेजा था।