मुंबई: 6 महीने के Covid-19 पॉजिटिव बच्चे को लेकर अस्पतालों के चक्कर काटती रही मां
Covid-19 बच्चे को लेकर अस्पतालों के चक्कर काटती रही मां
मुंबई। देश कोरोना वायरस की चपेट में है। संक्रमण के मामले तेजी से फैल रहे हैं। सरकारी तंत्र इससे निपटने की भरपूर कोशिशें कर रहा है। सरकार कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए तुरंत एक्शन ले रही है,लेकिन मुबंई के कल्याण की एक महिला को अपने 6 महीने के कोरोना पॉजिटिव बेटे के इलाज के लिए घंटों अस्पतालों के चक्कर काटने पड़े।
मां अपने 6 महीने के बेटे के इलाज के लिए मुंबई के तीन अस्पतालों के चक्कर काटती रही। किसी भी अस्पताल ने और न ही वहां के डॉक्टरों ने बुखार से तप रहे उस बच्चे को हाथ लगाया। महिला के ससुर की कोरोना वायरस टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद उसके 6 महीने के बेटे को भी कोरोना ने संक्रमित कर दिया था। बच्चे की तबीयत बिगड़ गई थी। उसे तेज बुखार था। महिला बच्चे को लेकर लेकर सबसे पहले शास्त्री नगर अस्पताल पहुंची। वहीं उसे लौटा दिया गया। गोद में बुखार से तप रहे बेटे को दिए मां अस्पताल के डॉक्टरों के सामने मिन्नतें मांगती रही, लेकिन डॉक्टरों ने इलाज करने से यह कहकर इंकार कर दिया कि यहां कोरोना के इलाज की सुविधा नहीं है। उसे बच्चे को लेकर तारदेव के एसआरसीसी अस्पताल जाने को कहा।
बच्चे को लेकर वो एसआरसीसी अस्पताल पहुंती तो वहां भी डॉक्टरों ने बच्चे का इलाज करने से रोक दिया। उन्होंने कहा कि वे Covid-19 के रोगियों का इलाज नहीं कर रहे हैं और उसे कस्तूरबा अस्पताल भेज दिया। महिला ने डॉक्टरों से अनुरोध किया अस्पताल के एक सीनियर डॉक्टर ने कस्तूरबा अस्पताल में एडमिशन के लिए एक पत्र लिखा। महिला बच्चे को लेकर कस्तूरबा अस्पताल पहुंची तो बच्चे को बहुत तेज बुखार था। उसका चेहरा पीला पड़ चुका था। उसके शरीर में कोई हलचल नहीं थी। महिला घबराकर अस्पताल में इधर-ुधर भटकती रही, लेकिन कोई उसकी मदद के लिए तैयार नहीं हुआ।
टीवी चैनल के जरिए जब मामला महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंचा तब जाकर बच्चे का इलाज शुरू किया गया। बच्चे का रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद पूरे परिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिवार में दो लोगों में संक्रमण पाया गया है। वहीं जहां महिला का परिवार रहता है उस इलाके को सील कर दिया गया है।