खतरे में पीएम मोदी की 'बहन' की कुर्सी, 4 सांसदों ने गिराया 'लेटर बम'
नयी दिल्ली। मोदी सरकार की सबसे विवादित मंत्री में शामिल मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी मुश्किलों में घिरती जा रही है। एक के बाद एक नया विवाद उन्हें विवादों में घेरता जा रहा है। ऐसे में अब उनकी कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा है।
दरअसल स्मृति के खिलाफ सियासी विरोधियों ने भी मोर्चा खोल दिया है। उनके कामकाज के तरीके पर सवाल उठाते हुए 4 अलग-अलग पार्टियों के सांसदों ने राष्ट्रपति से उनकी शिकायत की है। अलग-अलग दलों के सांसदों ने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर शिक्षा में गिरते स्तर पर दखल देने की मांग की है।
स्मृति पर लेटर बम गिराने वालों में जेडीयू के केसी त्यागी, कांग्रेस के राजीव शुक्ला, एनसीपी के डीपी त्रिपाठी और सीपीआई के डी राजा शामिल है। इन सांसदों ने उच्च शिक्षा के गिरते स्तर पर चिंता जताई है। उन्होंने चिट्ठी के जरिए स्मृति ईरानी द्वारा आईआईटी और यूजीसी में दखल लेने को लेकर भी सवाल खड़ा किया है। उन्होंने ईरानी का विभाग बदले जाने की सलाह दी है।
इन सांसदों का कहना है कि स्मृति ईरानी के मानव संसाधन विभाग संभालने के बाद से उच्च शिक्षा में गिरावट आई है। उन्होंने दलील दी है कि सत्ताधारी पार्टी के भी बहुत से लोग चाहते हैं कि स्मृति ईरानी का विभाग बदला जाए। अगर ऐसा होता है तो हमें राहत मिलेगी।