सिमी आतंकी की मां बोली- गाड़ी में भरकर ले गई थी पुलिस, बेदर्दी से मार दी सबको गोली
भोपाल से कुछ लोगों ने बताया कि पहले सभी को पुलिस अपनी गाड़ी में भरकर एनकाउंटर वाली जगह पर ले गई और फिर गोली मार दी।
अहमदाबाद। हाल ही में भोपाल की सेंट्रल जेल से भागे 8 आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया था। ये सभी आतंकी स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के थे, जिन पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चल रहा था।
मुठभेड़ में मारे गए एक आतंकी मुजीब जमील शेख (30 साल) की मां मुमताज शेख ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे को निर्दयता से मारा गया है। उन्होंने कहा- मध्य प्रदेश पुलिस ने मेरे बेटे और अन्य सभी को मारने की साजिश रची और फर्जी एनकाउंटर में मार दिया।
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मुजीब जमील शेख पर 2008 के अहमदाबाद धमाकों में शामिल होने का आरोप था, जिसमें 56 लोगों की मौत हो गई थी। बुधवार को जुहापुरा में मुजीब का अंतिम संस्कार किया गया।
मुमताज ने कहा है कि भोपाल से कुछ लोगों ने बताया कि पहले सभी को पुलिस अपनी गाड़ी में भरकर एनकाउंटर वाली जगह पर ले गई और गांव वालों को बताया कि ये आतंकवादी हैं।
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सभी ने गांव वालों से मदद भी मांगी और चिल्लाए, लेकिन पुलिस ने उन्हें गोली मार दी। मुजीब की मां ने कहा कि उनका बेटा मुजाहिदीन था, जो शहीद हुआ है। उन्होंने मीडिया से अनुरोध किया कि उसे और अन्य लोगों को आतंकी न कहें, क्योंकि उन पर आरोप साबित नहीं हुए थे।
जेल से फरार हुए थे आतंकी
रविवार रात को भोपाल की जेल से 8 आतंकी फरार हो गए थे, जिन्हें मध्य प्रदेश पुलिस ने एक एनकाउंटर में मार गिराया। इन्होंने भागने से पहले एक हेड कॉन्स्टेबल की हत्या भी कर दी थी।
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हेड कॉन्स्टेबल की हत्या के बाद आतंकियों ने चादरों को आपस में जोड़कर जेल की चारदीवारी फांद ली। यह आठों आतंकी प्रतिबंधित स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) संगठन के थे।