अफगानिस्तान: संसदीय चुनाव में भीषण हिंसा, तालिबान हमलों में 130 लोगों की मौत
काबुल। अफगानिस्तान में लंबे समय के बाद शनिवार को संसदीय चुनावों के लिए मतदान हुआ। हजारों की संख्या में सुरक्षाबलों की मौजूदगी में हुए इस मतदान के दौरान कई जगहों पर हुई हिंसा में लगभग 130 लोगों की मौत हो गई है। बता दें कि, तालिबान ने मतदान का बहिष्कार किया है और उसने लोगों को मतदान ना करने की धमकी दी थी। तालिबान की धमकियों को दरकिनार कर लोगों मतदान स्थल पर पहुंचे। वहीं काबुल के एक पोलिंग सेंटर पर हुए आत्मघाती हमले में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई।
मतदान के दौरान हुए तालिबानी हमलों में कई लोगों की मौत भी हो गई। अफगानिस्तान के काबुल में हुए हमले में ही करीब 4 लोगों की मौत हो गई तो 30 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। अधिकतक घटनाएं काबुल में हुई हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अलग-अलग तालिबानी हमलों में 78 लोगों की मौत हुई है। वहीं तकनीकी खराबी और तालिबान की धमकी के कारण सैंकड़ों मतदान केंद्रों पर वोटिंग बाधित रही और कहीं-कहीं काफी देरी से मतदान शुरू हो सका।
एएफपी के मुताबिक शनिवार को 166 जगहों पर हुए हमलों की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। उधर कुंदुज प्रांत में आतंकवादियों ने एक निर्वाचन अधिकारी की हत्या कर दी और मतपेटियों को लूट लिया। कुंदुज प्रांत की राजधानी पर रॉकेटों से आतंकवादियों ने हमला किया, लेकिन इस हमले में किसी के घायल होने की खबर नहीं हैं। अफगान चुनाव आयोग ने चुनावों की सुरक्षा के लिए 70,000 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की थी।
बता दें कि, संसदीय चुनावों में 33 प्रांतों की 249 सीटों पर लगभग 2,500 उम्मीदवार मैदान में थे। गौरतलब है कि चुनावों की घोषणा के बाद से ही तालिबान ने स्थानीय लोगों और उम्मीदवारों पर हमले शुरू कर दिए थे। विभिन्न आतंकी हमलों और हिंसक गतिविधियों में अब तक 10 उम्मीदवार और 100 से अधिक अन्य लोग मारे जा चुके हैं।
दो दिन पहले तालिबान ने कंधार में तालिबान ने चुनाव से ठीक पहले कंधार के गवर्नर ज़लमई वेसा, जनरल अब्दुल रज़ीकऔर स्थानीय एनडीएस खुफिया कमांडर की गोली मार कर हत्या कर दी थी। जिसके बाद कंधार में चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं।
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