कांग्रेस का आरोप- 210 रुपये में खरीदकर 250 में कोरोना वैक्सीन बेच रही सरकार
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने सोमवार को कोरोना महामारी पर एक और बड़ा वार किया। जिसके तहत देशभर में टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण शुरू हुआ। पहले चरण में तो स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी गई थी, जबकि दूसरे में बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को टीका लगाया जाएगा। इस बार वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों में उपलब्ध है, जिसके लिए सरकार ने 250 रुपये का चार्ज रखा है, लेकिन इसमें कांग्रेस को गड़बड़ी नजर आ रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण के मुताबिक भारत सरकार कोरोना वैक्सीन 210 रुपये में खरीद रही है। इसके बाद उसके लिए 250 रुपये जनता से ले रही है। वित्त मंत्रालय ने बजट में 35000 करोड़ रुपये वैक्सीन की खरीद के लिए अलॉट किए थे। साथ ही कहा था कि इससे 1.5 बिलियन डोज खरीदी जाएगी। इसके बाद 75 करोड़ लोगों को पहली और दूसरी डोज दी जाएगी। अब जब सरकार इसके लिए पैसे ले रही है तो वो 35 हजार करोड़ रुपये क्यों जारी हुए थे।
चव्हाण के मुताबिक अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा जैसे देश भी कोरोना महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। इसके बावजूद वो फ्री में लोगों को वैक्सीन उपलब्ध करवा रहे हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार को आयुष्मान भारत योजना के सभी लाभार्थियों को फ्री में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करवानी चाहिए। मौजूदा वक्त में भारत कोरोना वैक्सीन का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है, लेकिन सरकार जनता पर जबरदस्ती का बोझ डाल रही है।
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दूसरे
चरण
के
लिए
क्या
हैं
नियम?
सरकार
ने
cowin.gov.in
नाम
से
पोर्टल
लॉन्च
किया
है।
जिस
पर
वैक्सीन
लेने
से
पहले
रजिस्ट्रेशन
करना
अनिवार्य
होगा।
इसके
अलावा
लोग
आरोग्य
सेतु
ऐप
के
जरिए
भी
रजिस्ट्रेशन
कर
सकते
हैं।
वहीं
अगर
आप
सरकारी
अस्पताल
में
गए
तो
आपको
वैक्सीन
फ्री
में
मिलेगी,
जबकि
प्राइवेट
अस्पताल
के
लिए
इसकी
कीमत
250
रुपये
तय
की
गई
है।
सरकार
के
मुताबिक
इसमें
150
रुपये
वैक्सीन
के
और
100
रुपये
सर्विस
चार्ज
है।