मोदी कैबिनेट में फेरबदल के बीच जेडीयू को लेकर फंसा पेंच
खबर ये भी है कि शिवसेना को भी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।अभी तक जेडीयू कोटे से दो सांसदों का मंत्री बनना तय माना जा रहा था
नई दिल्ली। रविवार को दस बजे केंद्रीय कैबिनेट का विस्तार होना है इससे पहले बीजेपी और उसके नए-नए सहयोगी जेडीयू के बीच खींचतान शुरू हो गई है। जेडीयू का कहना है कि केंद्रीय कैबिनेट में होने वाले विस्तार को लेकर उसके पास कोई न्यौता नहीं आया है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि उन्हें कैबिनेट फेरबदल को लेकर कोई सूचना नहीं दी गई है।
खबर ये भी है कि शिवसेना को भी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।अभी तक जेडीयू कोटे से दो सांसदों का मंत्री बनना तय माना जा रहा था लेकिन जेडीयू के तरफ से आए बयान के बाद कई तरह की बातें सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक बीजेपी और जेडीयू में कोई खटास नहीं है। ये नीतीश कुमार का प्रेशर गेम है। दरअसल नीतीश कुमार अपने नेताओं के लिए अहम मंत्रालय चाह रहे हैं। इसी चक्कर में नीतीश कुमार पीएम मोदी के इशारे का इंतजार कर रहे है तो पीएम मोदी नीतीश कुमार की तरफ संकेत चाह रहे हैं।
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि बीजेपी और जेडीयू के बीच कोई गतिरोध नहीं है। यह बस जेडीयू की ओर से प्रेशर पॉलिटिक्स भर है। जेडीयू चाहता है कि उसे कम से कम दो मंत्री पद मिलें। वहीं, बीजेपी उसे बस एक पद देना चाहती है। दबाव दोनों ही पार्टियों पर है। सीएम नीतीश कुमार मानते हैं कि बिहार में जेडीयू केंद्र की सत्ताधारी बीजेपी का सबसे बड़ा साझीदार है, इसलिए पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी के केंद्र में एक मंत्री होने के मुकाबले उसका हक ज्यादा बनता है।