अमेरिका में Coronavirus मरीजों का इलाज कर रही हैं मिल्खा सिंह की बेटी मोना सिंह, इमरजेंसी वार्ड में है तैनाती
नई दिल्ली। भारत के महान एथलीट और ओलंपियन मिल्खा सिंह के बारे में कौन नहीं जानता। उन्हें 'फ्लाइंग सिख' के नाम से भी दुनिया पुकारती है। मिल्खा सिंह देश के पहले एथलीट थे, जिन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में पहली बार गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम ऊंचा किया था। 90 साल के मिल्खा सिंह कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते अपनी पत्नी निर्मल कौर और बेटे जीव मिल्खा सिंह के साथ चंडीगढ़ स्थित अपने घर में हैं। लेकिन उनकी बेटी मोना मिल्खा सिंह न्यूयॉर्क के एक हॉस्पिटल में कोराना वायरस के मरीजों के इलाज में जुटी है। आपको बता दें कि मोना मिल्खा सिंह मशहूर गोल्फर जीव मिल्खा सिंह की बड़ी बहन हैं।
अस्पताल के आपातकालीन विभाग में 12 घंटे की शिफ्ट कर रही हैं मोना
अमेरिका में न्यूयॉर्क में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। वहां करीब 1 लाख 30 हजार मामले सामने आए हैं और 10,000 मौत का आंकड़ा पार कर चुका है। डॉ मोना सिंह अस्पताल के आपातकालीन विभाग में 12 घंटे की शिफ्ट कर रही हैं। डॉ मोना सिंह ने न्यूयॉर्क से बातचीत करते हुए कहा, 'पहले कुछ मामले मार्च के बीच में आए थे, लेकिन तब ज्यादातर मामलों में संक्रमण नहीं था। आपातकालीन फिजिशियन होने के नाते सबसे पहले हमें कोरोना वायरस मरीजों का सामना करना होता है और वह तब कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। सबसे पहले तो दिमाग से यह बात निकालना पड़ती है कि संक्रमित होंगे और पीपीई किट को पूरे ध्यान के साथ पहनने की आदत डालना होती है। यह काफी चुनौतीपूर्ण होता है।
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हर जिंदगी को बचाना जरूरी है
तीसरी और सबसे बड़ी चुनौती होती है भावुकता जहां कई युवाओं की जान इस महामारी के कारण गई। हर जिंदगी को बचाना जरूरी है, लेकिन युवाओं को मौत के घाट उतरते देख दिमाग में घाव पड़ते हैं। मगर हम डॉक्टर्स एकजुट होकर कभी अपने परिवार की बातें करते हैं तो कुछ और विचार करना शुरू करते हैं। मैं अपने परिवार वालों से बात करती हूं। मेरे पिता मिल्खा सिंह और भाई जीव मिल्खा सिंह, ये दोनों मेरा विश्वास बढ़ाते हैं।'
जीव को है बहन मोना पर गर्व
54 साल की मोना मिल्खा सिंह ने पटियाला से एमबीबीएस किया था और नब्बे के दशक में वो अमेरिका में बस गई थीं। जीव मिल्खा सिंह ने कहा कि उन्हें अपनी बहन पर पर गर्व है क्योंकि वह हर रोज मैराथन दौड़ रही हैं। जीव ने बताया कि मोना कई घंटों तक काम करती हैं और रोज परिवार से बात भी करती हैं। कोरोनावायरस के कारण दुनियाभर में 1 लाख 70 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। भारत में भी इसका असर बढ़ता जा रहा है और देश में अभी तक 600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि संक्रमण के 18,601 मामले अब तक आए हैं।
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