CAA पर हो रहे विरोध पर माइक्रोसॉफ्ट CEO सत्य नडेला का बड़ा बयान, कहा- भारत में जो हो रहा है, वो दुखद
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून पर देशभर में प्रदर्शन और धरना हो रहे हैं, रैलियां निकाली जा रही है। देश-दुनिया में इसे लेकर तर्चा हो रही है। नागरिकता कानून पर हुए हिंसक प्रदर्शनों को लेकर माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने बड़ा बयान दिया है। एक कार्यक्रम के दौरान सत्या नडेला ने कहा कि भारत में जो हो रहा है वो बेहद दुखद है। उन्होंने कहा कि मैं एक ऐसे बांग्लादेशी अप्रवासी को देखना पसंद करूंगा जो भारत में आता है और इंफोसिस का अगला सीईओ बनता है।
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मैनहट्टन में कंपनी के एक कार्यक्रम के दौरान सत्या नडेला ने कहा कि भारत में नागरिकता कानून को लेकर जो हो रहा है वो बुरा है और बेहद दुखद है। नडेला के बयान पर प्रतिक्रियाएं आने लगी है। इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने उनके बयान का स्वागत किया और कहा कि सत्य नडेला ने वो कहा जो वो महसूस करते थे। आपको बता दें कि रामचंद्र गुहा पहले से ही नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे हैं और इस बिल को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर रहे हैं।
Asked Microsoft CEO @satyanadella about India's new Citizenship Act. "I think what is happening is sad... It's just bad.... I would love to see a Bangladeshi immigrant who comes to India and creates the next unicorn in India or becomes the next CEO of Infosys" cc @PranavDixit
— Ben Smith (@BuzzFeedBen) January 13, 2020
गौरतलब है कि जहां एरक ओर देशभर में नागरिकता कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं तो वहीं केंद्र सरकार ने 10 जनवरी से पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून को लागू कर दिया है। केंद्र सरकार ने इसे लेकर नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।
वहीं इस कानून को लेकर नोबेल प्राइज विजेता आमर्त्य सेन ने भी नागरिका कानून को लेकर अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून के विरोध के लिए विपक्ष की एकता जरूरी है। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को रद्द करने की मांग करने के बाद अब उन्होंने कहा कि किसी भी कारण के लिए प्रदर्शन करने की खातिर विपक्ष की एकता जरूरी है। विपक्ष में एकता नहीं होने के बावजूद प्रदर्शन जारी रह सकते हैं। पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी तरह के प्रदर्शन के लिए विपक्ष की एकता आवश्यक है। ऐसे में प्रदर्शन आसान हो जाते हैं।
Nobel laureate Amartya Sen: For a protest,opposition unity is imp. as protest becomes easier.Unity is imp.if protest is for a proper reason but if there's no unity&we stop protesting,I don't agree to it.If there's no unity we still have to move,on whatever is necessary to be done pic.twitter.com/dmkHIQbUur
— ANI (@ANI) January 13, 2020