पूरी दिल्ली नहीं, केवल कंटेनमेंट जोन में होंगे डोर-टू-डोर कोरोना वायरस टेस्ट: मनीष सिसोदिया
दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए डोर-टू-डोर टेस्टिंग को लेकर लागू की जाने वाली योजना पर अब केजरीवाल सरकार की सफाई आई है...
नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए डोर-टू-डोर टेस्टिंग को लेकर लागू की जाने वाली योजना पर अब केजरीवाल सरकार की सफाई आई है। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि कोरोना वायरस के डोर-टू-डोर टेस्ट पूरी दिल्ली में नहीं, बल्कि केवल कंटेनमेंट जोन में किए जाएंगे। आपको बता दें कि हाल ही में खबर आई थी कि दिल्ली सरकार कोरोना का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए एक नए कोविड रिस्पांस प्लान के तहत 6 जुलाई तक पूरी दिल्ली में घर-घर जाकर कोरोना टेस्ट करेगी।
27 जुलाई से दिल्ली में शुरू होंगे एंटी-बॉडी टेस्ट
इंडिया टुडे से बात करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा, 'दिल्ली में कोरोना वायरस के केस बढ़ रहे हैं, लेकिन इससे निपटने के लिए हमारी सरकार भी तेजी से काम कर रही है। सरकार के नए कोविड रिस्पांस प्लान के अंतर्गत कंटेनमेंट जोन में रहने वाले सभी लोगों का अनिवार्य तौर पर कोरोना वायरस का टेस्ट किया जाएगा। इसके बाद 27 जुलाई से हम दिल्ली में एंटी-बॉडी टेस्ट भी शुरू करने जा रहे हैं। इस टेस्ट के जरिए पता चलेगा कि क्या कोई व्यक्ति पहले ही कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद ठीक हो चुका है। इसके लिए हम लोगों ने 20 हजार लोगों का सैंपल साइज रखा है।'
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'उम्मीद जगी है कि दिल्ली में हालात सुधर रहे हैं'
दिल्ली के डिप्टी सीएम ने बताया, 'कोरोनो वायरस के खिलाफ लड़ाई में पिछले एक सप्ताह को दिल्ली के लिए 'उम्मीदों भरा सप्ताह' कहा जा सकता है। मेरे लिए अभी ये बात कहना जल्दबाजी हो सकता है, लेकिन 8 जून से 14 जून के बीच का सप्ताह दिल्ली में कोरोना वायरस के केसों की संख्या के मामले में सबसे खराब रहा। लेकिन, इसके एक हफ्ते बाद, कुछ उम्मीद जगी है कि दिल्ली में हालात सुधर रहे हैं।'
'41 फीसदी से बढ़कर 58 फीसदी हुआ रिकवरी रेट'
अपने इस दावे पर मनीष सिसोदिया ने कहा, 'पहले हमारी सरकार हर रोज करीब 6000 से 7000 लोगों का टेस्ट करती थी, जिनमें से तकरीबन 2000 लोग पॉजिटिव मिलते थे, लेकिन आज हम लोग हर रोज करीब 18 हजार कोरोना वायरस टेस्ट कर रहे हैं और उनमे से लगभग 3000 लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं। यह एक अच्छा संकेत है। इसके अलावा दिल्ली में मरीजों का रिकवरी रेट भी पहले की तुलना में काफी बढ़ा है। पहले दिल्ली में मरीजों का रिकवरी रेट 41 फीसदी था, लेकिन अब 58 फीसदी है। तीसरा और अहम पहलू यह है कि दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों की वृद्धि दर भी 5.8 प्रतिशत से घटकर 4.9 प्रतिशत रह गई है।'
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'31 जुलाई तक यहां 4 लाख पॉजिटिव केस होंगे'
मनीष सिसोदिया ने आगे कहा, 'अगर दिल्ली में कोरोना वायरस के केस मौजूदा 4.9 फीसदी की दर से बढ़ते रहे, तो 31 जुलाई तक यहां 4 लाख पॉजिटिव केस होंगे।' केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच मतभेदों पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल सरकार केवल राजधानी के लोगों के हित में मुद्दों को उठाने की कोशिश कर रही है। सिसोदिया ने कहा, 'हमने अक्सर केंद्र और एलजी को जानकारी दी है कि उनकी तरफ से जारी किए गए कुछ निर्देश दिल्ली में जमीनी वास्तविकताओं से बहुत दूर हैं।'